क्रिकेटर रिंकू सिंह नहीं बन पाएंगे बेसिक शिक्षा अधिकारी

इस पद के लिए शैक्षिक योग्यता पोस्ट ग्रेज्युएट होनी जरूरी, रिंकू सिर्फ नौवीं पास
रिंकू सिंह ने कहा कि वह सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं
खेलपथ संवाद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार चाहकर भी क्रिकेटर रिंकू सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी नहीं बना सकती। इसमें सबसे बड़ा पेंच रिंकू सिंह की शैक्षिक योग्यता मानी जा रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के लिए शैक्षिक योग्यता पोस्ट ग्रेज्युएट होनी चाहिए जबकि रिंकू सिंह तो सिर्फ कक्षा नौ ही पास हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) के पद पर तैनाती दिए जाने की घोषणा के साथ ही उनकी शैक्षिक योग्यता को लेकर चर्चा शुरू हो गई। आपको बता दें कि बीएसए पद पर सीधी भर्ती लोक सेवा आयोग की ओर से की जाती है। इसकी निर्धारित योग्यता पीजी है, जबकि रिंकू सिंह अभी हाईस्कूल भी नहीं हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि शैक्षिक अर्हता नहीं होने के बाद भी क्या उन्हें इस पद पर तैनात कैसे किया जा सकता है?
उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों को विभिन्न विभागों में तैनात करने का नियम है। इसी क्रम में रिंकू सिंह समेत सात खिलाड़ियों की नियुक्ति की सहमति दी गई है। इसके पहले उनके सभी दस्तावेजों की जांच कर ली गई है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि युवाओं को विभाग की ओर खींचने के लिए ऐसे ख्यातिलब्ध लोगों की तैनाती की जाती है। इसके साथ ही ब्रांड एम्बेसडर के रूप में उनका प्रयोग विभाग की गतिविधियों को बेहतर करने में किया जाता है। अधिकारियों के मुताबिक, विभाग में तैनाती के लिए अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं की शैक्षिक योग्यता मायने नहीं रखती है। लेकिन, पदोन्नति के लिए उनको सात साल में निर्धारित शैक्षिक अर्हता पूरी करनी होती है। यही नियम रिंकू सिंह पर भी लागू होगा। ऐसा नहीं करने पर वह भी पदोन्नति के लिए योग्य नहीं माने जाएंगे। साथ ही उनको संबंधित सेवा नियमावली में उस साल भर्ती अभ्यर्थियों में कनिष्ठ स्थान पर रखा जाएगा।
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह बेसिक शिक्षा अधिकारी बनाए जाने की घोषणा के साथ ही शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। रिंकू सिंह के बीएसए बनने की खबर पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है। एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। रिंकू के पिता खानचंद ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। वह हर दिन उनका और जिले का नाम रोशन कर रहा है। एशियन गेम्स में भारतीय क्रिकेट टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। टीम में रिंकू सिंह सदस्य थे। अब अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं की सीधी भर्ती के तहत तैनाती हो रही है। रिंकू सिंह ने कहा कि वह सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं।