दिव्या देशमुख बनी विश्व जूनियर चेस चैम्पियन

टूर्नामेंट में 18 साल की भारतीय बेटी रही अजेय
बीते माह शारजाह चैलेंजर्स का खिताब जीता था
खेलपथ संवाद
गांधीनगर।
भारत की 18 वर्षीय अंतरराष्ट्रीय मास्टर और महिला ग्रैंड मास्टर दिव्या देशमुख ने अंडर-20 विश्व जूनियर चैम्पियन बनने का गौरव हासिल कर लिया है। नागपुर की दिव्या ने 11 दौर में 10 अंक हासिल किए। वह पूरे टूर्नामेंट में अपराजेय रही। उसने 11 मैचों में नौ में जीत हासिल की और उसके दो मुकाबले ड्रॉ रहे। दिव्या ने बृहस्पतिवार को 11वें दौर में बुल्गारिया की बेलोस्लावा क्रास्तेवा को सफेद मोहरों से खेलते हुए पराजित किया।
2456 की ईएलओ रेटिंग रखने वाली दिव्या एशियाई जूनियर चैम्पियन भी हैं और यह लगातार उनकी दूसरी खिताबी जीत है। इससे पहले उन्होंने बीते माह शारजाह चैलेंजर्स का खिताब जीता था। आर्मेनिया की मरियम मकर्चयन 9.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि अजरबैजान की अयान अल्लाहवारदिएवा 8.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। 10वें दौर में दिव्या ने अपनी ही साथी साची जैन को सिर्फ 26 चालों में हराकर अपने खिताब की उम्मीदों को मजबूत कर लिया था।
14 वर्षीय शुभि चौथे स्थान पर रहीं
अंडर-19 राष्ट्रीय चैंपियन और फिडे मास्टर 14 वर्षीय शुभि गुप्ता ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से हैरान करते हुए चौथा स्थान हासिल किया। उन्होंने कुल 8 अंक अर्जित किए। उनकी ईएलओ रेटिंग महज 1943 की है। भारत की ही रक्षिता रवि 7.5 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। दिव्या का यह जूनियर वर्ग में कुल आठवां खिताब है। वह 2022 में राष्ट्रीय चैंपियन भी रह चुकी हैं। उन्होंने 2022 के चेस ओलंपियाड में व्यक्तिगत कांस्य पदक भी जीता था। वह 2023 में अंतरराष्ट्रीय मास्टर और 2021 में महिला ग्रैंड मास्टर बनीं।

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