आसान नहीं मोहम्मद शमी को बाहर रखनाः पारस म्हाम्ब्रे

बांग्लादेश के खिलाफ मिल सकता है मौका
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को एशिया कप में खेलने के ज्यादा अवसर नहीं मिले हैं। वह टूर्नामेंट के मौजूदा संस्करण में सिर्फ एक मैच नेपाल के खिलाफ खेले थे। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में उन्हें प्लेइंग-11 में रखा गया था। शमी के चयन पर भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि उन्हें बाहर रखना आसान नहीं है। यह एक मुश्किल फैसला है। इसके अलावा उन्होंने जसप्रीत बुमराह की जमकर तारीफ की।
म्हाम्ब्रे ने कहा कि जसप्रीत बुमराह की वापसी से उनकी तेज गेंदबाजी इकाई मजबूत हुई है और अगले महीने होने वाले विश्व कप के लिए पूरी तरह से फिट चार तेज गेंदबाजों का टीम में शामिल होना सुखद है। हाल ही में आयरलैंड दौरे के दौरान चोट के कारण लम्बे समय तक बाहर रहने के बाद बुमराह ने भारतीय टीम को अपना रंग दिखाया और मौजूदा एशिया कप के दौरान भी अपनी तीव्रता से प्रभावित किया।
भारत की पहली पसंद का तेज आक्रमण अब बुमराह, मोहम्मद सिराज और हार्दिक पंड्या के आसपास केंद्रित है, जिससे प्रबंधन को मोहम्मद शमी को बाहर करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने कहा, "शमी जैसे खिलाड़ी को बाहर करना बहुत आसान नहीं है। उनके पास जो अनुभव है और उन्होंने देश के लिए जो प्रदर्शन किया है वह अभूतपूर्व है। इस तरह की बातचीत (किसी खिलाड़ी को बाहर करना) करना कभी आसान नहीं होता है।'' शमी को बांग्लादेश के खिलाफ मौका मिल सकता है। माना जा रहा है कि बुमराह या सिराज को आराम दिया जाएगा।
म्हाम्ब्रे ने कहा, ''हम खिलाड़ियों के साथ बातचीत के तरीके में स्पष्ट हैं और उन्होंने हम पर भरोसा दिखाया है। खिलाड़ियों को पता है कि हम कोई भी फैसला लेते हैं तो वह टीम के हित में होता है।'' हाल के दिनों में गेंदबाज के रूप में हार्दिक पांड्या ने जो प्रगति की है, उसे देखकर भारत के पूर्व तेज गेंदबाज भी खुश थे। म्हाम्ब्रे ने कहा, "हार्दिक ने जिस तरह से खुद को तैयार किया है, उससे मैं बहुत खुश हूं। इस पर हमने लंबे समय से काम किया है। हम उसके वर्कलोड का प्रबंधन कर रहे हैं।''

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