भारतीय महिला फुटबॉलर मनीषा कल्याण ने रचा इतिहास

ऐसा करने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनीं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत की 20 वर्षीय महिला फुटबॉल खिलाड़ी मनीषा कल्याण ने इतिहास रच दिया है। वह यूएफा महिला चैम्पियंस लीग में खेलने वालीं देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। मनीषा ने ऐसा माकरियो स्टेडियम में अपोलन लेडीज एफसी के लिए खेलते हुए किया। मनीषा भारत की स्टार फुटबॉलर्स में से एक हैं। पिछले एक साल में उन्होंने कई कमाल किए हैं।
दरअसल, महिला चैंपियंस लीग में गुरुवार को अपोलन का मुकाबला लातवियन क्लब रिगास एफसी से हुआ। इस क्वालिफाइंग मैच में मनीषा को 60वें मिनट में सिपरस की मारिलने जॉर्जिया की जगह सब्सिटियूट के तौर पर खेलने का मौका मिला। अपोलन ने इस मैच में रिगास को 3-0 से हरा दिया। हालांकि, मनीषा कोई गोल नहीं कर पाईं, लेकिन उन्होंने इस यूरोपिय लीग में मैदान पर उतरकर ही इतिहास रच दिया है।
मनीषा किसी विदेशी लीग में खेलने वाली भारत की चौथी खिलाड़ी हैं। मनीषा ने भारतीय महिला लीग में गोकुलम केरल के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। इसके साथ ही भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में भी उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा था। इसी को देखते हुए ही उन्हें इस लीग के लिए चुना गया था। इंडियन विमेंस फुटबॉल लीग के पिछले सीजन में मनीषा ‘प्लेयर ऑफ द सीजन' भी रही थीं। उस टूर्नामेंट में मनीषा ने कुल 14 गोल किए थे। मनीषा की बदौलत गोकुलम केरल ने पहला आईडब्ल्यूएल खिताब भी जीता था। इसके अलावा मनीषा को इसी साल एआईएफएफ महिला ‘फुटबॉलर ऑफ द इयर' भी चुना गया था। साल 2021 में मनीषा ‘इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द इयर' भी बनी थीं।
नवम्बर 2021 में मनीषा भारत के लिए खेलते हुए ब्राजील के खिलाफ दोस्ताना मैच खेलने उतरी थीं। इसी मैच में मनीषा के करियर को बदल कर रख दिया था। 20 साल की विंगर मनीषा ने ब्राजीलियन डिफेंस को चीरते हुए गोल दागा था। वह सीनियर फुटबॉल में ब्राजील के खिलाफ गोल दागने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉलर बनी थीं। तब से, वह भारतीय फ़ुटबॉल में एक चमकता सितारा रही हैं। टूर्नामेंट समाप्त होने के महीनों बाद गोकुलम केरल ने घोषणा की थी कि मनीषा भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए साइप्रस जाएंगी। हाल ही में एक दोस्ताना मैच में मनीषा ने अपोलन की ओर से ओमोनिया एफसी के खिलाफ खेलते हुए 4-0 से जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने एक गोल भी किया था।

 

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