कुश्ती स्पर्धा में मिले पांच पदक, तीन बेटियों के नाम खेलपथ संवाद नई दिल्ली। हरियाणा के अमन सहरावत सहित तीन भारतीय पहलवानों ने शुक्रवार को यहां कांस्य पदक जीते वहीं, चयन ट्रायल के बिना एशियाई खेलों में हिस्सा लेने वाले बजरंग पूनिया पदक जीतने में नाकाम रहे। भारत को एशियाई खेलों की कुश्ती स्पर्धा में जो पांच पदक मिले उनमें तीन हरियाणा की बेटियों के नाम रहे। युवा पहलवान सोनम मलिक ने महिलाओं की 62 किलोग्राम स्पर्धा में चीन की जिया .......
एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन जारी प्रदेश के खिलाड़ियों ने अब 22 पदक जीते खेलपथ संवाद चण्डीगढ़। हरियाणा खेलों की महाशक्ति है, इसमें कोई संदेह नहीं। एशियाई खेलों में भारत के कुल पदकों में हरियाणा के जांबाज खिलाड़ियों के खाते में 22 पदक आ चुके हैं। सच कहें तो हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई खेल नीति, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर व खिलाड़ियों को मुहैया करवाई जा रही सुविधाओं की बदौलत प्रदेश के खिलाड़ी विश्व पटल पर हरियाणा का नाम चमका रहे.......
कभी थे मजदूर, अब बने एशियन गेम्स पदक विजेता सोनभद्र के लाल ने हांगझोऊ में किया कमाल खेलपथ संवाद नई दिल्ली। दिहाड़ी मजदूर के बेटे और एशियाई खेलों की पैदल चाल स्पर्धा के कांस्य पदक विजेता रामबाबू की कहानी बड़ी प्रेरक है। अभी उनके इरादे बुलंद हैं और आसमान छूने का इरादा है। रामबाबू की कहानी बयां करती है कि कैसे मजबूत इच्छा शक्ति वाला व्यक्ति अपनी किस्मत खुद लिखता है। एशियाई खेलों की 35 किलोमीटर पैदल चाल मिश्रित टीम स्.......
सब जूनियर में स्ट्रांग वूमेन का खिताब भी हासिल किया खेलपथ संवाद चरखी दादरी। दादरी जिले के अखत्यारपुरा की बेटी शिखा सांगवान ने जयपुर में आयोजित आईडीएफ ओपन राजस्थान डेडलिफ्ट चैम्पियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने गांव, जिले एवं प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है। इसके साथ ही सब जूनियर में स्ट्रांग वूमेन का खिताब भी हासिल किया। अपनी जीत से खुश हुई शिखा सांगवान ने कहा कि वह चहल स्ट्रेंथ जिम दादरी में कोच रविन्द्र चहल के पास अभ्यास.......
किसान पिता ने बेटे को कर्ज लेकर राइफल दिलाई थी खेलपथ संवाद बागपत। एशियन गेम्स में देश को स्वर्ण पदक दिलाने वाले अंगदपुर गांव के अखिल श्योराण ने उधार की राइफल से प्रैक्टिस शुरू की थी। इसलिए ही शुरूआत में अखिल का ट्रायल छूट गया था और तब किसान पिता रविंद्र श्योराण ने कर्ज लेकर बेटे को राइफल दिलाई। जिसके बाद अखिल ने सोने समेत अन्य तमगों की लाइन लगा दी। अखिल श्योराण ने मेरठ के गॉडविन स्कूल में पढ़ाई करते हुए वर्ष 2007 में वहां से म.......
गांव निमाणा में बिटिया की सफलता पर लड्डू बंटे खेलपथ संवाद झज्जर। एशियन गेम्स में झज्जर जिले की पलक गुलिया ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया तो पूरे देश के साथ उनका गांव खुशी से झूम उठा। गांव में परिजनों ने लड्डू बांटे और पटाखे फोड़कर बेटी की जीत का जश्न मनाया। झज्जर जिले के गांव निमाणा की 17 वर्षीय पलक की चचेरी बहन निशा का कहना है कि पलक बचपन से ही मेहनती खिलाड़ी रही है। खेल ही नहीं पढ़ाई में भी वह खू.......
महिला पहलवानों से विवाद पर बोले बृजभूषण शरण सिंह खेलपथ संवाद रोहतक। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलवानों से विवाद के मामले में खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ ऐसा माहौल बनाया गया जो लोगों को सच लगने लगा था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, सारी बातें शीशे की तरह साफ होती जा रही हैं। मामला कोर्ट में विचाराधीन है अभी उनके खिलाफ आरोप तय नहीं हुए हैं। पुलिस ने जो चार्जशीट दाखि.......
शिवा ने एशियाड तो भाई मनीष ने विश्व कप में जीता सोना खेलपथ संवाद नई दिल्ली। एशियाड में 10 मीटर एयर पिस्टल का टीम स्वर्ण जीतने वाले अर्जुन सिंह चीमा को बचपन से ही अपने परिवार की पाकिस्तान के साथ हुए 1971 के युद्ध की वीरगाथाएं सुनने को मिलीं। आखिर उनके दादा अमरजीत सिंह चीमा सेना से कर्नल पद पर सेवानिवृत्त हुए। अमरजीत सिंह के बड़े और छोटे दो भाई और बहनोई भी सेना में थे और पाकिस्तान के साथ 1971 का युद्ध लड़े। दो को इस युद्ध .......
68 एथलीटों में 13 उत्तर प्रदेश के, बेटियां अधिक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। चीन में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में आज से पांच अक्टूबर तक एथलेटिक्स की स्पर्धाएं होने जा रही हैं। इनमें भारत का 68 सदस्यीय दल शिरकत कर रहा है, इनमें 13 एथलीट उत्तर प्रदेश के हैं। इन एथलीटों में पश्चिम उत्तर प्रदेश की बेटियों से देश को पदक की उम्मीदें अधिक हैं। देखा जाए तो क्रांतिधरा की बेटियों का खेलों में हमेशा जलवा रहा है। वह बेटों से बहुत आगे निकल चुकी.......
पिता रोज प्रदर्शन कर रहे, चिंता में मां रात भर जगती हैं खेलपथ संवाद हांगझोऊ। एशियाई खेल 2023 में भारत के लिए रजत पदक जीतने वाली रोशिबिना देवी लगातार चर्चा में हैं। उन्होंने वुशू में महिलाओं की 60 किलोग्राम स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया। भारत के तीन वुशू खिलाड़ियों को वीजा नहीं मिलने के कारण यह खेल पहले से ही चर्चा में था और रोशिबिना ने इस खेल में पदक जीतकर सभी देशवासियों को गौरवान्वित कर दिया। उन्होंने अपनी जीत का कोई खास जश्न नह.......