इनसे प्रशिक्षण हासिल एक दर्जन खिलाड़ी कर रहे राष्ट्रीय स्तर पर कमाल नूतन शुक्ला कानपुर। कोरोना महामारी के चलते जहां लगभग दो महीनों से खेलों की सभी गतिविधियां ठप सी हैं और खिलाड़ी अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं। ऐसे नाजुक समय में कानपुर के ग्रीनपार्क मैदान में एथलीटों की नई पौध तैयार करने वाले प्रशिक्षक मदन गोपाल का इ.......
अब प्रतिभाओं के कौशल को निखारने में तल्लीन मनीषा शुक्ला कानपुर। घर की ड्योढ़ी लांघकर अब बेटियां भी खेलों की दुनिया में छा रही हैं। असुविधाओं और तरह-तरह की पाबंदियों के बावजूद वे अपने परिवार, समाज और देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। ऐसी ही बेटियों में कानपुर की श्वेता श्रीवास्तव का नाम भी शुमार है। अपने स्कूल-कालेज जीवन में श्वेता ने जहां वाल.......
100 और 200 मीटर दौड़ में दिखाया दम नूतन शुक्ला कानपुर। हर जीव जन्म से ही खेलना-कूदना शुरू कर देता है। उम्र बढ़ने के साथ ही इंसान की इच्छाएं और अपेक्षाएं बदलने लगती हैं। सैकड़ों में सिर्फ कुछ व्यक्ति ही ऐसे होते हैं जोकि खेलों को आत्मसात कर करियर के रूप में स्वीकारते हैं। ऐसे ही लोगों में परदेवनपुर, लाल बंगला कानपुर निवासी अविनिंदर जीत सि.......
राष्ट्रीय स्तर पर खूब जमाई धाक नूतन शुक्ला कानपुर। एक समय था जब हर गांव, कस्बे और शहर के खाली पड़े मैदानों से लेकर स्टेडियम तक में मुख्य खेल के रूप में वॉलीबाल ही खेला जाता था। आज इस खेल के प्रति लोगों का रुझान तो है लेकिन सुविधाएं मयस्सर नहीं हैं। अपने समय में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे राजेश दुबे कानपुर में वॉलीबाल को नया जीवन देने .......
खिलाड़ियों की मदद के मामले में इनका कोई नहीं जवाब मनीषा शुक्ला कानपुर। किसी भी शहर और जिले का खेलों में विकास वहां के संगठनों की सक्रियता पर निर्भर करता है। इसे कानपुर की खुशकिस्मती कह सकते हैं कि यहां रजत दीक्षित जैसे लोग हैं जिनकी रग-रग में खेलों के समुन्नत विकास का जोश और जुनून सवार है। रजत दीक्षित की कार्यकुशलता और मददगार प्रवृत्ति इन्हें .......
इनके परिवार का हर सदस्य तैराक मनीषा शुक्ला कानपुर। तैराकी ही एक ऐसा खेल है जिससे इंसान के सम्पूर्ण शरीर का व्यायाम हो जाता है। भारत इस खेल में बेशक बहुत ताकतवर न हो लेकिन कानपुर के नजरिए से देखें तो यहां एक ऐसा परिवार है जिसका हर सदस्य तरणताल को समर्पित है। इस परिवार ने देश को एक से बढ़कर एक तैराक दिए हैं। इसी परिवार की सदस्य शैलजा शुक्ल.......
हाकी और फुटबाल में रखते हैं महारत मनीषा शुक्ला कानपुर। खेलों में जितना महत्व एक खिलाड़ी का है उससे कहीं अधिक महत्व एक प्रशिक्षक का होता है। खेल प्रशिक्षण मानव शरीर को व्यवस्थित रूप से मजबूत करने के तरीकों, कौशल, साधनों, स्थितियों, ज्ञान और अनुभव का एक पूरा परिसर है। एक खिलाड़ी की भावना की ताकत के विकास और मजबूती पर प्रशिक्षक का महत्वपूर्.......
बहुमुखी प्रतिभा का नायाब उदाहरण श्रीप्रकाश शुक्ला प्रतिभा और गुण हर इंसान में होते हैं लेकिन उसका सही इस्तेमाल करने वाला ही विशेष होता है। तीन दशक से अधिक के खेल पत्रकारिता जीवन में सैकड़ों राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों से रू-ब-रू होने का मौका मिला है लेकिन जो बात नूतन शुक्ला में मैंने देखी है वह उन्हें सबसे अलग साबित करती.......
खेलों में इंदौर के जुड़वां भाई-बहन का कमाल श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। यदि ऐसा होता तो भारतरत्न सचिन तेंदुलकर 15 साल की उम्र में ही भारतीय क्रिकेट का प्रतिनिधित्व न करते। हम आज अपने पाठकों को इंदौर की ऐसी दो नायाब प्रतिभाओं से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं जिन्होंने 11 साल की उम्र में ही राज्य नहीं बल्कि राष्.......
अब करती हैं अपने इंटर कालेज का संचालन मनीषा शुक्ला कानपुर। भारत एक ऐसा देश है जहां सनातन समय से पुरुष वर्ग को सर्वोपरि समझा गया। कोई भी समाज हो नारीशक्ति के बिना अधूरा है। हम पति-पत्नी को एक गाड़ी के दो पहिए तो कह देते हैं लेकिन उसकी सफलता का गुणगान करने में प्रायः हमें संकोच होता है। कोई भी काल रहा हो महिलाएं पुरुषों से आगे नहीं तो कमतर.......