मध्य प्रदेश हॉकी एकेडमी ने जीता लगातार दूसरा राष्ट्रीय खिताब

फाइनल मुकाबले में राजा करण हॉकी अकादमी हरियाणा को 3-1 से हराया
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और पद्मश्री पुलेला गोपीचन्द ने किया पुरस्कार वितरण
खेलपथ संवाद
भोपाल।
पद्मश्री पुलेला गोपीचन्द और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की मौजूदगी में मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम हॉकी इंडिया जूनियर बालक इंटर अकादमी नेशनल हॉकी चैम्पियनशिप-2021 के खिताब पर कब्जा जमा लिया। मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी ने फाइनल मुकाबले में राजा करण हॉकी अकादमी हरियाणा को 3-1 से हराकर लगातार दूसरा खिताब जीत लिया। इससे पहले मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी ने प्रथम हॉकी इंडिया सब जूनियर बालक इंटर अकादमी नेशनल हॉकी चैम्पियनशिप का खिताब भी अपने नाम किया था।
हॉकी इंडिया एवं खेल और युवा कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले के पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने सधे हुए खेल का प्रदर्शन किया। हालांकि, दोनों ही टीमें गोल नहीं कर पाईं। दूसरे क्वार्टर में मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी के कोच ओलंपियन समीर दाद ने टीम को कुछ बदली हुई रणनीति के साथ उतारा। इसका फायदा टीम को मिला और उन्होंने दो गोल दाग दिए। मैच के 19वें मिनट में मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर सौरभ पशीने ने गोल करके टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। अगले ही मिनट में अख्तर अली को मौका मिला और उन्होंने टीम को 2-0 की बढ़त पर ला दिया। लगातार हुए दो गोल से राजा करण अकादमी की टीम दबाव में आ गई। उसने जवाबी हमले किए, लेकिन गोलकीपर हेमम धनराज सिंह ने इसे विफल कर दिया। मैच के 39वें मिनट में श्रेयस धुपे ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करते हुए टीम की बढ़त को 3-0 कर दिया। मैच के चौथे क्वार्टर में राजा करण हॉकी अकादमी को पेनल्टी स्ट्रोक मिला और अज्ञपाल ने इसे गोल में बदलकर स्कोर 1-3 कर दिया। इसके बाद कोई और गोल नहीं हुआ। इसके साथ ही मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी ने 3-1 से मुकाबला और खिताब अपने नाम कर लिया।
नामधारी इलेवन तीसरे स्थान पर
चैम्पियनशिप में तीसरे स्थान के मुकाबले में नामधारी इलेवन ने राउंडग्लास पंजाब हॉकी अकादमी को 6-4 से पराजित किया। मुकाबले के पहले और दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने 1-1 गोल दागे। तीसरे क्वार्टर में मुकाबला काफी रोमांचक रहा। राउंडग्लास पंजाब ने लगातार दो गोल दागकर टीम को 3-1 से आगे कर दिया। हालांकि, नामधारी ने दबाव से उबरते हुए लगातार हमले करते हुए एक के बाद एक तीन गोल दाग दिए। इसके साथ ही टीम 5-4 से बढ़त पर आ गई। अंतिम क्वार्टर में दोनों टीमों ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। मैच के 57वें मिनट में नामधारी ने एक और गोल करते हुए स्कोर 6-4 करते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया। नामधारी इलेवन के कप्तान राजिंदर सिंह ने सर्वाधिक तीन गोल किए, जबकि मोखरम सिंह ने दो गोल दागे।
खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई के लिए मैदान पर पहुंचीं। उनके साथ पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पद्मश्री पुलेला गोपीचंद भी उपस्थित रहे। उन्होंने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। खेल मंत्री ने मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में बैठकर मैच का आनंद लिया। इस दौरान उन्होंने अन्य टीमों के प्रशिक्षकों और मैनेजर से भी चर्चा की। इस अवसर पर प्रमुख सचिव खेल गुलशन बामरा, डीजी होमगार्ड पवन जैन, संचालक खेल रवि कुमार गुप्ता और खेल विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहे। चैम्पियनशिप का पुरस्कार वितरण पद्मश्री पुलेला गोपीचन्द के मुख्य आतिथ्य एवं खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। उन्होंने विजेता और उपविजेता और तृतीय स्थान प्राप्त टीमों को पदक तथा ट्रॉफी भेंटकर सम्मानित किया।
पद्मश्री पुलेला गोपीचन्द ने पुरस्कार वितरण के दौरान खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश द्वारा खेलों के क्षेत्र में किए जा रहे उत्कृष्ट प्रयासों की मुक्तकंठ से सराहना की। उन्होंने विजेता एवं उपविजेता टीमों को बधाई दी तथा इस मैच को बहुत ही उच्चस्तर का बताया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम की सफलता में सिर्फ खिलाड़ियों का ही योगदान नहीं रहता बल्कि सपोर्टिंग स्टॉफ की भी अहम भूमिका होती है। मैं इस प्रतियोगिता में आए सभी प्रशिक्षकों, खिलाड़ियों, सपोर्टिंग स्टॉफ को बधाई देता हूं। उन्होंने मध्य प्रदेश खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के प्रयासों को उच्चस्तरीय बताया। उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रयास करने पर भी जोर दिया। खेल मंत्री ने अकादमी की राष्ट्रीय जूनियर एवं सब जूनियर टीम के प्रदर्शन को मध्य प्रदेश की हॉकी के लिए नई ऊर्जा देने वाली जीत बताया। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश राज्य खेल हॉकी अकादमी की राष्ट्रीय प्रतियोगिता की विजेता सब जूनियर और जूनियर टीम के प्रत्येक सदस्य को क्रमशः 15 हजार एवं 20 हजार की प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया। सम्मानित खिलाड़ी अत्यंत प्रसन्न दिखे।

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