नैरोबी में लांगजम्पर शैली की चांदी

17 वर्षीय शैली सिंह ने लम्बीकूद में रजत जीतकर रचा इतिहास
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 17 वर्षीय शैली सिंह ने इतिहास रच दिया है। लम्बीकूद की उभरती हुई खिलाड़ी और दिग्गज अंजू बॉबी जॉर्ज से खेल की सीख लेने वाली शैली ने 6.59 मीटर की छलांग के साथ रजत पदक अपने नाम किया। शैली स्वर्ण पदक से सिर्फ एक सेंटीमीटर से चूक गईं। 
शैली अब अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के इतिहास में लम्बीकूद में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वीडन की 18 वर्षीय माजा असकाग ने 6.60 मीटर की छलांग लगाई और शैली से सिर्फ एक सेंटीमीटर ही आगे रहीं।
झांसी की रहने वाली शैली ने महिलाओं की लम्बीकूद के फाइनल में पहले और दूसरे प्रयास में 6.34 मीटर की छलांग लगाई। लेकिन इसके बाद तीसरे प्रयास में उन्होंने 6.59 मीटर की छलांग लगाई। हालांकि उनका चौथा और पांचवां प्रयास फ़ाउल रहा लेकिन आखिरी प्रयास में उन्होंने 6.37 मीटर की दूरी तय की।
लम्बीकूद की उदीयमान एथलीट शैली सिंह ने अपेक्षानुरूप प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 6.40 मीटर के साथ क्वालिफिकेशन दौर में शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी। शैली को भारत की अगली अंतरराष्ट्रीय स्टार माना जा रहा है। शैली की सफलता के पीछे मां का बड़ा हाथ है। उनकी मां ने अकेले दम पाल पोसकर बड़ा किया। उनकी मां कपड़े सिलकर आजीविका चलाती हैं। बेटी के खेल को जारी रखने के लिए उन्होंने तमाम संघर्षों और आर्थिक दिक्कतों का सामना किया। शैली अभी बेंगलूरू में लम्बीकूद की प्रसिद्ध एथलीट अंजू बॉबी जार्ज की अकादमी में प्रशिक्षण लेती है। अंजू के पति बॉबी जार्ज उनके कोच हैं। शैली ने जून में 6.48 मीटर छलांग लगाकर राष्ट्रीय (सीनियर) अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप जीती थी।
शैली ने अंडर 20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के आखिरी दिन रजत पदक जीता। इसके साथ ही नैरोबी में आयोजित इस विश्वस्तरीय टूर्नामेंट में भारत तीन मेडल जीतने में सफल रहा। शैली से पहले शनिवार को 4 गुणा 400 मीटर रिले टीम ने कांस्य पदक तो 10000 मीटर रेस वॉक में अमित खत्री ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। 

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