एक जीत पर इतनी खुशी, मानो ओलम्पिक पदक जीत लिया हो

भारतीय महिला हॉकी टीम की सांत्वना जीत
टोक्यो।
आखिरी मिनटों में नवनीत कौर के गोल की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने ‘करो या मरो’ के मैच में शुक्रवार को आयरलैंड को 1-0 से हराकर ओलम्पिक क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखीं। पहले तीन क्वार्टर गोलरहित रहने के बाद नवनीत ने मैच का एकमात्र गोल 57वें मिनट में किया। भारत को मिले 14 पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए। 
भारत को तीन मैचों में करारी हार के बाद इस मैच में हर हालत में जीत दर्ज करनी थी, लेकिन विजयी गोल के लिये टीम को 57 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। भारतीय खिलाड़ियों ने गोल करने के कई मौके बनाये लेकिन फिनिशिंग तक नहीं ले जा सके। इससे पहले भारत को दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड ने 5-1 से, जर्मनी ने 2-0 और गत चैम्पियन ब्रिटेन ने 4-1 से हराया। 
अब भारत को शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच जीतने के साथ गोल औसत भी बेहतर रखना होगा। साथ ही दुआ करनी होगी कि शनिवार को ब्रिटेन की टीम आयरलैंड को हरा दे। दोनों पूल से शीर्ष चार टीमें क्वार्टर फाइनल खेलेंगी। भारत के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने कहा, ‘हमारी गलती सिर्फ यह रही कि हम ज्यादा गोल नहीं कर सके। आयरलैंड के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करना आसान नहीं है।’ मैच के आखिर में सीटी बजने से 3 मिनट पहले नवनीत के गोल पर भारतीय खेमे और कोच शोर्ड मारिन ने राहत की सांस ली।

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