शटलर पीवी सिंधु ने रचा इतिहास

ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनेंगी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
शटलर पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलम्पिक के सेमीफाइनल में पहुंच कर ऐसा कारनामा कर दिखाया है जोकि आज तक कोई महिला खिलाड़ी नहीं कर सकी है। भारत ने अब तक सिर्फ एक ही पदक जीता था, लेकिन अगले कुछ दिन में भारत की झोली में कुछ और पदक होने वाले हैं, क्योंकि कई खिलाड़ियों ने पदक का दावा पेश कर दिया है। टोक्यो ओलम्पिक में वुमेंस बैडमिंटन सिंगल्स प्रतिस्पर्धा में भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। इसी के साथ भारत का एक और पदक पक्का हो गया है।
भारतीय दिग्गज और रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलम्पिक 2020 के महिला एकल बैडमिंटन प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में मेजबान जापान की एकाने यामागुची को 21-13 और 22-20 से हरा दिया। पीवी सिंधु ने शुक्रवार को सीधे सेटों में यामागुची को मात दी और टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फाइनल में पीवी सिंधु को मिली जीत उनको एक और ओलम्पिक पदक के करीब ले गई है। 
पीवी सिंधु ने एकाने यामागुची को 56 मिनट तक चले मुकाबले में बुरी तरह से हरा दिया। बता दें कि यामागुची मौजूदा समय में रैंकिंग में चौथे नंबर की खिलाड़ी हैं। इसी के साथ उनका सफर इस टूर्नामेंट से समाप्त हो गया है। गौरतलब है कि रियो ओलम्पिक में पीवी सिंधु ने रजत पदक अपने नाम किया था। 2016 में हुए समर ओलम्पिक में पीवी सिंधु को वुमेंस सिंगल्स बैडमिंटन के फाइनल में करोलिना मारिन से हार मिली थी। 
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर पीवी सिंधु सेमीफाइनल मैच जीत जाती हैं तो सिल्वर या फिर गोल्ड मेडल पक्का है, लेकिन सेमीफाइनल हारने के बाद उनको कांस्य पदक के लिए लड़ाई लड़नी होगी। हालांकि, पीवी सिंधु जैसी खिलाड़ी, जोकि ओलम्पिक में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं वो अब सोने की महक के लिए जीजान से सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला खेलेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी। 

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