भिवानी के लोगों को विश्वास पूजा लगाएगी गोल्डन पंच

टोक्यो में हरियाणवी बेटी से जगी पदक की उम्मीद
खेलपथ संवाद
भिवानी।
टोक्यो ओलम्पिक में 75 किलोग्राम भारवर्ग में देश का प्रतिनिधित्व कर रही हरियाणा की महिला मुक्केबाज पूजा रानी बोहरा ने बुधवार को अपने प्रतिद्वंदी अल्जीरिया की मुक्केबाज को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराकर ओलम्पिक मेडल की तरफ कदम बढ़ा दिया है। इस जीत के बाद अब पूजा बोहरा फाइनल के आठ मुक्केबाजों में अपना स्थान बनाने में सफल रही। 
मात्र एक मैच जीतते ही पूजा देश के लिए मेडल पक्का कर लेंगी। मुक्केबाज पूजा की इस जीत पर मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी में जश्न का माहौल है। कोच और भिवानी के लोगों को पूरी उम्मीद है कि पूजा देश की झोली में मेडल जरूर डालेगी। मैच देखने के लिए एक घंटा पहले ही पूरा परिवार टीवी के आगे बैठ गया। परिवार के अलावा रिश्तेदार भी मैच खत्‍म होने तक वहीं बैठे रहे और रोमांच देखने लायक था। 
जैसे ही पूजा के अंतिम पंच से जीत मिली परिवार के लोगों के मुंह से निकला शाबाश बेटी, कमाल कर दिया।  परिवार के साथ अब पूरे हरियाणा को आस है कि पूजा गोल्डन पंच लगाएगी। खेल प्रशिक्षकों को 100 प्रतिशत विश्वास था कि पूजा अपना मैच जरूर जीतेगी। हुआ भी वही, पूजा ने तीनों राउंड में क्लीन स्वीप किया। 
जैसे ही पूजा ने मैच जीता तो परिवार के लोगों ने मिठाइयां बांटकर खुशी मनाई। परिवार के लोगों का कहना था कि पूजा पूरे आत्मविश्वास के साथ टोक्यो की बाक्सिंग रिंग में उतरी और मैच खत्म होने तक उनका आत्मविश्वास बरकरार रहा। खेलप्रेमियों ने पूजा के एक-एक पंच पर तिरंगा लहराया। खिलाड़ियों का कहना था कि पूजा शुरू से ही मुकाबले में बढ़त बनाए रही। अंत तक उसने प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को हावी नहीं होने दिया। इसका परिणाम यह रहा कि पूजा ने अपना पहला मैच पांच-शून्य से जीत लिया।
अब अगले मुकाबले में भी वह चीन की मुक्केबाज को आसानी से हरा देगी। पूजा के पिता राजबीर सिंह ने कहा कि ओलम्पिक कोटा हासिल कर बेटी पूजा ने इतिहास रचा था। इसके बाद ओलम्पिक में देश के लिए गोल्ड जीत कर अगला रिकार्ड बनाएगी। इस मुकाम तक लाने में कोच संजय श्योराण और पूजा की मां दमयंती ने भी बेटी के लिए बहुत काम किया है। मुझे उम्‍मीद है वो पदक जरूर जीतेगी। 
चीन की बॉक्सर को देंगी पटखनी 
पूजा के कोच भीम अवॉर्डी अवॉर्डी संजय श्योराण और हरियाणा बॉक्सिंग संघ के प्रवक्ता राजनारायण पंघाल ने पूजा बोहरा के ओलम्पिक मुकाबलों में 5-0 से एकतरफा जीत को उनके अनुभव की जीत बताया हैं। उन्होंने कहा कि 75 किलोग्राम भार वर्ग में जिस प्रकार से पूजा ने अल्जीरिया की मुक्केबाज को एकतरफा हराया है, उससे पूजा का आत्मविश्वास ओर बढ़ा है। इसका फायदा उसे अगले मैच में देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पूजा बोहरा अटैक करने वाली मुक्केबाज है। जो विरोधी खिलाड़ी को डिफेंस करने के लिए मजबूर कर देती है, जिससे विरोधी खिलाड़ी अंक अर्जित नहीं कर पाता। उन्होंने बताया कि पूजा की अगली बाउट चीन की बॉक्सर से होगी और उसे पटखनी देकर देश के लिए मेडल लेकर आएगी। 
पूजा रानी की उपलब्धियांः 2011-आस्ट्रेलिया में अराफूरा गेम्स में सिल्वर मेडल, 2011- चाइना ओपन बॉक्सिंग में ब्रांज मेडल, 2012- मंगोलिया में हुई छठी एशियन महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल, 2014- कोरिया में 17वें एशियन गेम्स में ब्रांज मेडल, 2015- चीन में 7वीं एशियन वुमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल, 2016- सर्बिया में पांचवीं राष्ट्रीय मुक्केबाजी में ब्रांज मेडल, 2019- एशियन वुमेन अमेच्योर बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल, 2021- दुबई में एशियन वुमेन बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल।

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