उत्तर प्रदेश में खिलाड़ी हैं पर सुविधाएं नहीं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खिलाड़ियों ने बताईं समस्याएं
खेलपथ संवाद
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टोक्यो ओलम्पिक में शिरकत करने जा रहे उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ने एक-एक कर समस्याएं बताईं। खिलाड़ियों की समस्याओं से रूबरू होने के बाद मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से कहा कि वे प्रस्ताव बनाकर भेजें उनकी हर समस्या का निदान किया जाएगा।
टोक्यो ओलम्पिक 2021 में भाग लेने जा रहे प्रदेश के 10 खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपना दर्द बयां किया। सीएम ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए ऑनलाइन संवाद कर उनकी परेशानियां पूछीं तो खिलाड़ियों ने गांव में खेल के मैदानों का अभाव, प्रदेश में अच्छे कोच न होना और खेल सुविधाओं की कमी बताई। अधिकांश खिलाड़ी इस समय दूसरे प्रदेशों में अभ्यास कर रहे हैं।
ओलम्पिक में पैदल चाल में भाग लेने वाली प्रियंका गोस्वामी ने सीएम से कहा कि मैं केडी सिंह बाबू स्टेडियम लखनऊ में महज 12 साल की उम्र में रहकर अभ्यास करती थी। तब स्टेडियम में मन नहीं लगता था। सर मेरठ हमेशा से ही खेलों में आगे रहा है। मेरे पिताजी पहले रोडवेज में कंडक्टर थे, अब उनकी जॉब छूट गई है। काफी परेशानियों को फेस करके मैं यहां तक पहुंची हूं। 
सीएम ने प्रियंका से पूछा कि बेंगलुरु में ऐसा क्या है जो आपको यूपी में नहीं मिला और आप वहां अभ्यास कर रही हैं। इस पर प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में सुविधाओं की कमी है। मेरठ में कोई सिंथेटिक ग्राउंड नहीं है, यूपी सरकार अच्छे कोच हायर करे, एथलीट्स को कोच नहीं मिल पाते। मुझे तो गौरव त्यागी सर मिले मगर सबको नहीं मिलते।
जैवलिन थ्रोअर अन्नू रानी ने कहा कि मैं चोरी छिपे खेलती थी, घर में किसी को पता नहीं था कि मैं खेतों में जाकर अभ्यास करती थी। अन्नू ने अपने गुरु के बारे में बताते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद सरस्वती मेरे गुरु हैं। उन्होंने ही मुझे सपोर्ट किया है। सीएम ने कहा आपके गुरूजी ने आशीर्वाद दिया और प्रेरणा दी है, इसलिए आप आज ओलम्पिक खेलने जा रही हैं। सीएम ने अन्नू से उनकी दिक्कतों के बारे पूछा तो अन्नू ने कहा कि जूनियर लेवल से ही खिलाड़ियों को किट, उपकरण व सुविधाएं दी जानी चाहिए। मेरे गांव में आज तक कोई ग्राउंड नहीं है।
डिस्कस थ्रोअर सीमा पूनिया से जब मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेलों को और बढ़ाने के लिए सुझाव मांगे तो सीमा ने कहा हर योजना का लाभ सरकार खिलाड़ियों को दे, ताकि हमारे खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें और नए खिलाड़ी आगे आएं।
निशानेबाज मेराज अहमद खान इटली में अभ्यास कर रहे हैं। मेराज ने बताया कि अभी अस्पताल में अपना कोविड टेस्ट कराने आया हूं। टोक्यो में देखा जाएगा। 16 की सुबह हम इटली से टोक्यो के लिए निकलेंगे। हमारे प्रदेश में शूटिंग रेंज की कमी है। सीएम ने कहा वाराणसी, लखनऊ में नई शूटिंग रेंज बन रही हैं, आप लोग जब वापस आएं तो उसे अवश्य देखें और उसमें जो कमियां हों उसे हमें बताएं।
बॉक्सर सतीश कुमार ने सीएम से कहा कि मैं एक महीने से इटली में रहकर यहां अभ्यास कर रहा हूं। सतीश ने बताया सर गांव में कबड्‌डी खेलता था। सतीश ने कहा कुछ एथलीट्स ऐसे हैं जिन्हें अपने प्रदेश में खेलने का मौका नहीं मिला वो रेलवे से या दूसरे विभागों से खेलते हैं उनके बारे में भी सोचा जाए।
हॉकी प्लेयर ललित कुमार उपाध्याय ने कहा जो सुविधा प्रदेश सरकार ने दी है उससे हम आगे बढ़े हैं। ललित को सराहते हुए सीएम ने कहा खिलाड़ी अपने लिए नहीं खेलता है, वो देश, क्षेत्र का नाम आगे करता है। हर सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का काम करे।
सीएम के साथ जुड़े संवाद में प्रदेश के सभी 10 खिलाड़ियों ने कहा कि हम जीजान से मेहनत करेंगे और टोक्यो में तिरंगा फहराने का प्रयास करेंगे। निशानेबाज सौरभ चौधरी ने कहा अपने देश के लिए पदक लाऊं इस समय यही चाहत है। रोइंग में भाग ले रहे अरविंद सिंह ने भी पूरी मेहनत से पदक जीतने का वादा किया। हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने कहा कि बचपन से लखनऊ स्टेडियम में ही अभ्यास किया है, वहीं से सीखा है अब टोक्यो में जीतने का पूरा प्रयास रहेगा। जैवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह ने कहा मेरे पिता आपके बड़े फैन हैं वो आपसे बात करना चाहते हैं, मैं अपने विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सामंत सर का धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने मुझे आगे बढ़ाया। शिवपाल ने कहा अभी पुणे में हूं। उम्मीद है कि पदक जरूर जीतूंगा।
सीएम ने सभी खिलाड़ियों से उनके अभ्यास के बारे में जानकारी ली। खिलाड़ियों की परेशानी भी पूछी। महिला खिलाड़ियों के साहस की विशेष बधाई दी। हर खिलाड़ी से कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को मदद करेगी। जिसे जो भी परेशानी है या जो मांग है वह प्रस्ताव बनाकर हमें भेजे। सीएम ने हर खिलाड़ी से पूछा कि खिलाड़ी जहां आज अभ्यास कर रहे हैं उस शहर में ऐसी क्या सुविधा है जो यूपी में नहीं है। आपको जो भी सहयोग चाहिए हम देंगे। सीएम ने खिलाड़ियों से कहा आप सभी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के हर गांव में खेल के मैदान और ओपन जिम बनाने की तैयारी हो रही है।
सीएम ने सभी खिलाड़ियों से कहा कि उनके माता-पिता को लखनऊ बुलाकर सम्मानित करुंगा और उनसे बात भी करुंगा। जब आप लोग टोक्यो से लौटेंगे तो हम सभी लखनऊ में मिलेंगे और संवाद करेंगे। प्रदेश में खेल सुविधाओं को और बेहतर कैसे कर सकते हैं इसमें आपकी मदद भी लेंगे।
 

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