भारत के अलावा 16 अन्य देश मेजबानी के इच्छुक
क्रिकेट की लोकप्रियता को भुनाने की कोशिश
दुबई। भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंगलैंड उन 17 सदस्य देशों में शामिल हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की 2024 से 2031 तक के अगले आठ साल के भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) के चक्र में सीमित ओवरों की प्रतियोगिता की मेजबानी करने में दिलचस्पी व्यक्त की हैं। आईसीसी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने पिछले महीने तीन वैश्विक आयोजनों की मेजबानी के लिए दावा पेश करने का फैसला किया है, जिसमें छोटे प्रारूपों के दो विश्व भी कप शामिल हैं। साल 2024 से शुरू होने वाले अगले चक्र (एफटीपी) के दौरान भारतीय बोर्ड किसी भी मेजबानी शुल्क का भुगतान करने के पक्ष में नहीं है। बीसीसीआई के लिए एक अहम मुद्दा कर छूट का भी होगा, जो उसे किसी भी आईसीसी आयोजन की मेजबानी के लिए अपनी सरकार से हासिल करना जरूरी है।
बीसीसीआई ने मेजबानी का यह फैसला शीर्ष समिति की अपनी पिछली बैठक के दौरान लिया। यह पता चला कि बीसीसीआई अगले चक्र में एक चैम्पियंस ट्रॉफी, एक टी20 विश्व कप और एकदिवसीय विश्व कप की मेजबानी के लिए दावा पेश किया है। अगले चक्र में टूर्नामेंटों की संख्या बढ़ाने के बाद आईसीसी ने 2023 के बाद होने वाले पुरुषों की सीमित ओवरों की स्पर्धाओं के लिए मेजबानों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आईसीसी ने बताया कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल की मेजबानी, आईसीसी महिला और अंडर -19 स्पर्धाओं को नये चक्र में एक अलग प्रक्रिया के तहत निर्धारित किया जाएगा जो इस साल के अंत में शुरू होगी। अगले चक्र में पुरुषों की कुल आठ एकदिवसीय एवं टी20 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों का प्रावधान है। इसमें 2024 से 2031 तक एकदिवसीय विश्व कप के दो , टी20 विश्व कप के चार और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के दो आयोजन शामिल हैं। सदस्यों को संभावित मेजबान के रूप में प्रारंभिक तकनीकी प्रस्ताव जमा करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसमें देशों के पास अकेले और संयुक्त मेजबानी का प्रस्ताव पेश करने का विकल्प शामिल था। ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंगलैंड, भारत, आयरलैंड, मलेशिया, नामीबिया, न्यूजीलैंड, ओमान, पाकिस्तान, स्कॉटलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और जिम्बाब्वे से आईसीसी को प्रारंभिक प्रस्तुतियां मिली हैं।