अमेठी के युवाओं ने खेल मैदान बचाने भरी हुंकार

तो मतदान का बहिष्कार करेंगे खिलाड़ी 
खेलपथ संवाद
अमेठी।
एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खेलों के बढ़ावे की बात करते हैं तो दूसरी तरफ जिला प्रशासन खेल मैदानों में शासकीय कार्यालय बनाने का हिटलरशाही निर्णय लेकर युवाओं का मनोबल तोड़ने की कुचेष्टा करता है। कुछ ऐसा ही मामला श्री दूल्हाराय बाबा खेल मैदान गाजीपुर भादर अमेठी का संज्ञान में आया है। 
प्रशासन के इस निर्णय से युवा जहां आक्रोशित हैं वहीं विधानसभा अमेठी की पूर्व विधायक व प्रदेश की पूर्व मंत्री रानी अमिता सिंह ने युवाओं का साथ देते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर गाजीपुर के खेल मैदान में थाना निर्माण की बजाय स्टेडियम बनाने की वकालत की है। दरअसल, ग्राम सभा गाजीपुर के दूल्हा राय खेल मैदान का प्रयोग ग्राम सभा भादर तथा आस-पास के अन्य ग्राम सभाओं के करीब तीन हजार बच्चे व युवा खेलने एवं सेना/पुलिस भर्ती की तैयारी के लिये करते हैं। इसे लगभग पचास वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने जंगल भीटा तथा जंगली पेड़ों को काटकर खेल मैदान के रूप दिया था। इसी मैदान पर प्रैक्टिस कर भादर तथा गाजीपुर के सैकड़ों युवक सेना एवं पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
ग्राम सभा गाजीपुर के इस मैदान के गाटा संख्या-715 की जमीन को शासन द्वारा मॉडल थाना हेतु चयनित किया गया है। अगर इस मैदान पर मॉडल थाना बन जाता है तो इस मैदान में खेलने वाले बच्चे व युवा सेना/पुलिस भर्ती की तैयारी करने से वंचित हो जायेंगे। ग्रामवासियों की मांग पर पूर्व मंत्री अमिता सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर ग्रामवासियों की समस्या एवं मांग से अवगत कराया। उन्होंने गाटा संख्या-715 में अधिकृत जमीन पर पास हुए मॉडल थाने को अन्यत्र किसी जमीन पर स्थानान्तरित कर इस जमीन पर स्टेडियम निर्माण कराये जाने की मांग की है।
युवाओं ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि यदि इस मैदान में मॉडल थाना बनाया गया तो वे न केवल इसका विरोध करेंगे बल्कि मतदान का भी बहिष्कार करेंगे। युवाओं की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को मॉडल थाना बनाने के लिए किसी और जगह का चयन करना चाहिए।  

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