योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर निरोगी बनें- अंजली चौरसिया

जवाहर नवोदय विद्यालय झाबुआ में सातवां विश्व य़ोग दिवस मना

खेलपथ संवाद

झाबुआ। जवाहर नवोदय विद्यालय झाबुआ मध्य प्रदेश में सोमवार को सातवां विश्व य़ोग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्पोर्ट्स टीचर अंजली चौरसिया ने छात्र-छात्राओं, शिक्षकों तथा कर्मचारियों को योगाभ्यास कराया तथा योग के महत्व पर प्रकाश डाला। अंजली चौरसिया ने अपने संदेश में कहा कि आज के व्यस्त और तनावपूर्ण जीवन में कुछ मिनट की यौगिक क्रियाएं न केवल सकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं बल्कि हमें स्वस्थ भी रख सकती हैं।

उन्होंने कहा कि योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जा सकता है। यही कारण है कि योग शा‍रीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात दिलाने में समर्थ है। योग क्रिया से हम शरीर के सभी विकारों पर काबू पा सकते हैं। भारत समूची दुनिया का योग गुरु है। हमारे यहां पांच हजार साल पहले से योग के महत्व को स्वीकार्यता मिली हुई है।

योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है। यह मन और शरीर की एकता का प्रतीक है। मनुष्य के पास रोगों से बचने का एकमात्र विकल्प योग है। यदि हम अपने व्यस्त जीवन में से एक घण्टा भी प्रतिदिन योगासन व प्राणायाम करें तो हमारा पूरा दिन आनन्दमय होगा और हम आजीवन बीमारियों से बचे रह सकते हैं।  

श्रीमती चौरसिया ने कहा कि भारतीय धर्म और दर्शन में योग का विशेष महत्व है। योग शरीर और मस्तिष्क के बीच सन्तुलन बनाने में भी मदद करता है। योग के नियमित अभ्यास से हम शारीरिक तथा मानसिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ रह सकते हैं। योग सिर्फ कसरत नहीं है बल्कि यह हमारी जीवन शैली को बदलकर अच्छी तरह से काम करने में भी मदद करता है। यदि हमें अपने व्यस्त जीवन में शांत और निरोगी रहना है तो योग को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करना होगा।

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