मैदानों और खेल परिसरों में खेल गतिविधियां चलाने की कवायद

संचालक खेल पवन जैन ने एस.पी. और डी.एस.ओ. से की चर्चा

खेलपथ संवाद

भोपाल खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की मंशा अनुसार प्रदेश में खेलों को अनलॉक करने की दिशा में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित की गई, जिसमें संचालक खेल और युवा कल्याण पवन जैन ने प्रदेश के समस्त जिला पुलिस अधीक्षकों और जिला खेल अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की।

जिला एवं ब्लॉक स्तर पर खेल गतिविधियों के संचालन हेतु खेल संचालनालय द्वारा तैयार किए गए दिशा-निर्देशों की जिला पुलिस अधीक्षकों और जिला खेल अधिकारियों को जानकारी देते हुए संचालक श्री जैन ने कहा कि स्थानीय आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये इनमें संशोधन कर लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर खेलों को अनलॉक करने के लिए कार्य योजना बनाकर आवश्यक कार्य करें। जिससे खिलाड़ियों को आगामी प्रतियोगिताओं की तैयारी करने का समुचित अवसर मिल सके।

उन्होंने फ्रेंच ओपन (टेनिस), एन.बी.ए. (बास्केटबाल), यूरोपियन फुटबाल लीग तथा ओलम्पिक क्वालीफायर, टूर-डे-फ्रांस जैसी प्रतियोगिताओं की जानकारी देते हुए बताया कि पूरे विश्व में खेलों को अनलॉक करने की प्रक्रिया प्रचलन में है। खेलों से इम्युनिटी में बढ़ोत्तरी होती है। अतः सावधानीपूर्वक अनलॉक किया जाना आवश्यक है।

श्री जैन ने कहा कि कोरोना के मामलों में लगातार कमी से उम्मीद की जा सकती है कि मैदानों और खेल परिसरों में पुनः रौनक लौटेगी और हमारे खिलाड़ी फिर से उसी ऊर्जा और उत्साह से खेलेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार खेल गतिविधियों को प्रारंभ करने के लिए विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। कोविड प्रोटोकॉल की गाइड लाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करते हुए 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वैक्सीनेशन कराने वाले डे-बोर्डिंग खिलाड़ियों को प्रथम चरण में नॉन कान्टेक्ट खेलों एथलेटिक्स, बैडमिंटन, टेबल-टेनिस, टेनिस, फेंसिंग, शूटिंग, वालीबाल, बिलियर्ड स्नूकर, स्क्वॉश, गोल्फ और प्रातः एवं सायंकाल वॉकर खेलों में अभ्यास की सशर्त अनुमति दी गई है। इसी तरह राज्य खेल अकादमी के समस्त स्थानीय खिलाड़ियों को आउटडोर में फिटनेस अभ्यास की अनुमति दी गई है। यह खिलाड़ी भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और शिवपुरी स्थित खेल अकादमी परिसर में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए शारीरिक अभ्यास कर सकेंगे।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निम्न मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की गईः-

जिलों में खेल गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से अनलॉक करना, खेल अकादमी के लिए प्रतिभा चयन की कार्य योजना बनाना, जिला की खेल अधोसंरचना का रखरखाव एवं उन्नयन, खेलो इण्डिया योजना अंतर्गत अधोसंरचना निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करना, खेलो इण्डिया स्मॉल स्केल स्पोर्ट्स सेण्टर की समीक्षा, प्रदेश में ओलम्पिक जागरूकता अभियान पर चर्चा, खेल परिसरों में पौधरोपण।   

वीडियो कॉन्फ्रेंस में खेल संचालक श्री जैन ने जिले के प्रतिभावान खिलाड़ियों को राज्य खेल अकादमियों में प्रवेश दिलाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे टैलेंट सर्च में सहयोग कर प्रतिभावान खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करें। प्रतिभा चयन कार्यक्रम में जिला खेल अधिकारी उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विभाग का सहयोग लेकर कार्यवाही सुनिश्चित करें। ओलम्पिक खेल के प्रति खिलाड़ियों में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए खेल मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें ओलम्पिक में भाग लेने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों और अभिभावकों का सम्मान होगा, आनॅलाइन ओलम्पिक क्विज, ओलम्पिक सेल्फी पाइंट की स्थापना, ओलम्पिक डिवेट, डायलॉग, टॉक शो और सेमिनार का आयोजन शामिल होगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में खेल संचालनालय से संयुक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान, बी.एस. यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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