शूटर एलावेनिल की कहानी उन्हीं की जुबानी

पांच खेलों में हाथ आजमाया फिर शूटिंग को अपनाया
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
21 साल की एलावेनिल वलारिवान 10 मीटर एयर राइफल में दुनिया की नंबर-1 शूटर हैं। उन्होंने हाल ही में दिव्यांश सिंह पंवार के साथ 10 मीटर राइफल मिक्स्ड में गोल्ड जीता था। उनकी बचपन से ही खेलों में रुचि थी। एथलेटिक्स, बैडमिंटन, जूडो, हैंडबॉल और कबड्‌डी में हाथ आजमाए। स्टेट में मेडल भी जीते। पहली बार शौकिया तौर पर शूटिंग की। यह खेल पसंद आया। फिर गन फॉर ग्लोरी एकेडमी में ट्रेनिंग शुरू की।
ओलम्पिक साल में यह मेडल तैयारी के लिहाज से आपकी कितनी मदद करेगा? ​​​​​​
मेरा खेल बिल्कुल प्लानिंग से चल रहा है। अभी हम ओलम्पिक काे दिमाग में रखकर नहीं चल रहे हैं।
अब अगला लक्ष्य क्या है?
इस चैम्पियनशिप के बाद ध्यान इस माह भाेपाल में हाेने वाली सीनियर नेशनल राइफल शूटिंग चैम्पियनशिप पर है। काेराेना की वजह से चीजें बदल रही हैं। आपकाे उनके हिसाब से चलना हाेता है।
हमारे शूटर्स एक साल बाद किसी इंटरनेशनल इवेंट में उतरे हैं, प्रदर्शन में कितना फर्क दिखा?
कुछ खास फर्क नहीं दिखा। मुझे अपने देश के निशानेबाजाें से ही ज्यादा चुनाैती मिली है।
नंबर-1 रैंकिंग को बरकरार रखना कितना चुनाैतीपूर्ण था? ​​​​​​
इसके पीछे कड़ी मेहनत और टीम वर्क होता है। हम जितना काम टेक्निक पर करते हैं, उतना ही मेंटल और फिजिकल फिटनेस पर ध्यान देते हैं। मैं 3 घंटे ट्रेनिंग, 2 घंटे वर्कआउट, एक घंटे माइंड ट्रेनिंग करती हूं। ट्रेनिंग में 5-6 घंटे का समय देती हूं।

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