ट्रेन हादसे में जले थे मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के खेल उपकरण, फिर भी जीते पदक

शताब्दी एक्सप्रेस अग्निकांडः 
देहरादून।
नई दिल्ली से देहरादून आ रही शताब्दी एक्सप्रेस के कोच में लगी आग में मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के उपकरण जल गए थे। आखिरकार खिलाड़ियों के लिए रातों-रात हरियाणा से नए उपकरण मंगाए गए। नए उपकरण से ही मध्यप्रदेश के दो खिलाड़ियों ने पदक हासिल किए। भारतीय तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इन बच्चों के साहस को सलाम है।
उत्तराखंड तीरंदाजी संघ की ओर से आयोजित 41वीं एनटीपीसी जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में बालिकाओं ने जबरदस्त परचम लहराया। बालिका वर्ग के रिकर्व राउंड में जहां झारखंड की टीम ने स्वर्ण हासिल किया, वहीं बालक वर्ग के रिकर्व राउंड में भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) की टीम ने स्वर्ण पदक हासिल किया।
सर्वे ऑफ इंडिया के स्टेडियम में रविवार को रिकर्व राउंड के मैच खेले गए। बालक वर्ग की टीम इवेंट में भारतीय तीरंदाजी संघ के विनायक वर्मा, आदित्य चौधरी, जश्नदीप सिंह व युद्धवीर सिंह ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उत्तरप्रदेश के नीरज चौहान, प्रेरित, आशीष तिवारी व चंद्रविंद गौड़ ने रजत पदक और महाराष्ट्र के पार्थ, ओम विक्रम, अर्जुन श्रीकांत व साहिल पवार ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
बालिका वर्ग में झारखंड की कोमलिका बारी, दीप्ति कुमारी, रीता व लक्ष्मी ने स्वर्ण पदक, हरियाणा की रिद्धि, तिशा पुनिया, दीपशिखा व तनीषा वर्मा ने रजत पदक और छत्तीसगढ़ की दीक्षा नायक, रमिता सोरी, दुर्गेशनंदनी गोस्वामी व नेहा मरकम ने कांस्य पदक जीता।
वहीं, बालक एकल वर्ग में आंध्रप्रदेश के बी धीरज ने 683 अंक के साथ स्वर्ण पदक, महाराष्ट्र के पार्थ सुशांत 675 अंक के साथ रजत और मध्यप्रदेश के अमित कुमार 665 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। बालिका वर्ग में झारखंड की कोमलिका बारी ने 661 अंक के साथ स्वर्ण, मध्यप्रदेश की सोनिया ठाकुर ने 642 अंक के साथ रजत पदक और हरियाणा की रिद्धि ने 634 अंक के साथ कांस्य पदक प्राप्त किया।

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