आओ मध्यप्रदेश में हॉकी से खेलवाड़ करें!
खेलपथ प्रतिनिधि
ग्वालियर। जिस मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया पुश्तैनी खेल हॉकी के विकास के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं, वहां इस खेल की कोई कद्र नहीं हो रही। मध्य प्रदेश में 27 कृत्रिम हॉकी मैदान आबाद हुए तो महिला तथा पुरुष हॉकी एकेडमी खोली गईं लेकिन यहां हॉकी मध्यप्रदेश द्वारा हॉकी के नाम पर तमाशा किया जा रहा है। ताजा उदाहरण प्रशिक्षक राकेश गढ़वाल का है जिन्हें जूनियर टीम का प्रशिक्षक बनाया गया है।
हॉकी मध्यप्रदेश अपने इस निर्णय से हैरान हो या नहीं प्रदेश के हॉकी मुरीद जरूर परेशान हैं। हॉकी के जानकारों की कही सच मानें तो जूनियर टीम के कोच बनाए गए राकेश गढ़वाल को हॉकी की बेसिक बातें भी नहीं मालूम। वह कभी हॉकी नहीं खेले, न ही इस खेल से इनका कोई वास्ता रहा है।
अरे हॉकी के हरकारों कुछ तो रहम खाओ क्या मध्य प्रदेश में अच्छे हॉकी प्रशिक्षक नहीं हैं या फिर मति मारी गई है। दरअसल, अनाड़ियों के हाथ हॉकी की बागडोर सौंपने के परिणाम ऐसे ही देखने को मिलेंगे। मध्य प्रदेश में हॉकी के इंटरनेशनल खिलाड़ी होने के साथ ही दर्जनों एनआईएस प्रशिक्षक हैं फिर भी राकेश गढ़वाल पर इतनी मेहरबानी क्यों?