किसान की बेटी अंकिता ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान
नेशनल जूनियर फेडरेशन कप में नए रिकॉर्ड के साथ जीते दो गोल्ड
1500 मीटर और पांच हजार मीटर स्पर्धा में जीते स्वर्ण
खेलपथ प्रतिनिधि
देहरादून। किसान महिमानंद ध्यानी की होनहार बिटिया अंकिता ध्यानी ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। अंकिता ने भोपाल में नेशनल जूनियर फेडरेशन कप में नए रिकॉर्ड के साथ दो गोल्ड अपने नाम किए हैं। अंकिता ने 1500 मीटर और पांच हजार मीटर स्पर्धा में देशभर के एथलीटों को पछाड़कर स्वर्ण पदक से अपने गले सजाए।
अंकिता ने सोमवार को 16.37.90 मिनट के रिकॉर्ड समय में पांच हजार मीटर की दौड़ पूरी की। इससे पहले मीट में पांच हजार मीटर का रिकॉर्ड 17.02 मिनट था। इसके अलावा 1500 मीटर में भी अंकिता ने बड़े अंतर के साथ जीत हासिल की। मूलत: पौड़ी, रूड़ा गांव निवासी अंकिता अभी एलपीयू में पीटीई प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। अंकिता ने इससे पहले अगस्त्यमुनि खेल छात्रावास में रहने के दौरान कई प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था।
उत्तराखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव केजेएस कलसी ने बताया कि अंकिता के प्रदर्शन को देखकर वहां मौजूद दर्शक भी खासे उत्साहित दिखे। सभी को अंकिता का खेल बहुत पसंद आया। उन्होंने कहा कि अंकिता ने अपने खेल में बहुत अधिक सुधार किया है। अंकिता ओलम्पिक में भी पदक लाने की क्षमता रखती है।
रेशमा पटेल ने दस हजार मीटर वॉक रेस में बनाया नेशनल रिकॉर्ड
उत्तराखंड की खिलाड़ी रेशमा पटेल ने दस हजार मीटर वॉक रेस में नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। उत्तराखंड के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। रेशमा पटेल ने भोपाल में हुई नेशनल प्रतियोगिता में यह रिकॉर्ड बनाया है। रेशमा ने अंडर 20 बालिका श्रेणी में 48 मिनट 52 सेकेंड में अपनी रेस पूरी कर यह रिकॉर्ड बनाया है। 16 वर्षीय रेशमा ने मंगलवार को अपनी पहली ही दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के साथ स्वर्ण पदक भी अपने नाम कर लिया। उन्होंने प्रियंका गोस्वामी के 2014 के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ा। रेशमा ने भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में आयोजित नेशनल फेडरेशन कप जूनियर अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन 48 मिनट और 25.90 सेकेंड का समय में दौड़ को पूरा किया।
रेशमा की इस बड़ी उपलब्धि से राज्य व खेल जगत में खुशी का माहौल है। वहीं बुधवार को इस प्रतियोगिता में दिन के सबसे पहले इवेंट दस हजार मीटर वॉक रेस में उत्तराखंड के ही परमजीत बिष्ट ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। परमजीत उत्तराखंड के चमोली जिले के रहने वाले हैं। इससे उनके परिजनों में खुशी का माहौल है।