दस दिन बाद भी तीरंदाजी प्रशिक्षक रिछपाल पुलिस पहुंच से दूर

पत्नी न्याय के लिए लगा रही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गुहार

खेलपथ प्रतिनिधि

जबलपुर। जबरा मारे रोवै न देय कुछ ऐसा ही हो रहा है जबलपुर में न्याय के लिए दर-दर भटक रही जम्मू निवासी मोहनी सलारिया के साथ। 12 जनवरी, मंगलवार की शाम पत्नी और मीडिया के साथ हाथापाई करने वाला तीरंदाजी का राष्ट्रीय कोच रिछपाल सिंह सलारिया 10 दिन बाद भी पुलिस पहुंच से दूर है। प्रशिक्षक रिछपाल को पकड़ने की बजाय जबलपुर पुलिस पीड़िता पर दबाव बनाकर उसे जम्मू लौट जाने को मजबूर कर रही है।

मंगलवार 12 जनवरी को जबलपुर के रानीताल स्पोर्ट्स क्लब स्टेडियम में प्रशिक्षक रिछपाल ने अपनी पत्नी के साथ न सिर्फ स्वयं मारपीट की बल्कि अपने शिष्यों से भी मारपीट करवाई। इस दौरान मौके पर मौजूद मीडिया से भी कोच और उसके शिष्यों ने अभद्रता करने की कोशिश की। स्पोर्ट्स क्लब में काफी देर तक हुए हाईप्रोफाइल हंगामे के बाद मौके पर पहुंची लार्डगंज थाना पुलिस ने महिला की शिकायत तो दर्ज कर ली लेकिन 10 दिन बाद भी मामले में खाली हाथ है। इस मामले में हो रही लेतलाली इस बात की तरफ साफ इशारा है कि पुलिस दबाव में है। दबाव संचालक खेल पवन जैन का है या फिर खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का, यह सिर्फ जबलपुर पुलिस ही जानती है।

जो भी हो मोहनी सलारिया को न्याय मिले इसके लिए जबलपुर के महिला संगठन और छात्र संगठन ने प्रशिक्षक रिछपाल के खिलाफ मोर्चा खोलकर एक नेक कार्य जरूर किया है। प्रशिक्षक की पत्नी रो-रोकर अपने पति की करतूतों से शासन-प्रशासन को अवगत करा रही है। बुधवार को पत्रकार-वार्ता में भी मोहनी सलारिया ने अपने पति के कृत्यों से खबरनवीसों को अवगत कराया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से न्याय की फरियाद की।

पत्रकार वार्ता में तीरंदाजी कोच रिछपाल की पत्नी ने बताया कि उसका एक दिव्यांग बेटा है, जोकि हमेशा बीमार रहता है लेकिन उनका पति न ही कभी अपने बेटे पर ध्यान देता है और न ही बेटी का। रिछपाल मीडिया से इसे अपना पारिवारिक मामला बताता है जबकि उसने पत्नी से छुटकारा पाने को जम्मू कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा रखी है। दीपावली के दौरान उसने अपने माता-पिता तथा अन्य नाते-रिश्तेदारों से केस वापस लेने का भरोसा दिया था लेकिन जबलपुर आते ही अपनी बात से मुकर गया।

मोहनी सलारिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से न्याय की उम्मीद लगाए हुए है तो दूसरी तरफ उसके खिलाफ लगातार षड्यंत्र किए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले रानीताल स्पोर्ट्स क्लब की महिला प्रशिक्षक ने मोहनी सलारिया के खिलाफ भी मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी। सवाल यह उठता है कि जिस परिसर में इतना बड़ा लाव-लश्कर मौजूद हो वहां एक महिला कैसे मारपीट कर सकती है। शिवराज जी अपना तीसरा नेत्र खोलो ताकि मध्य प्रदेश को जगहंसाई से बचाया जा सके। प्रशिक्षक रिछपाल का भी दायित्व है कि वह छिपने-छिपाने की बजाय पुलिस को सच से अवगत कराए।   

 

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