वह मौका आएगा जब मध्यप्रदेश के खिलाड़ी भी ओलम्पिक में गोल्ड मेडल लाएंगे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिखर खेल अलंकरण समारोह में खिलाड़ियों को किया सम्मानित

खेलपथ प्रतिनिधि

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा शिखर खेल अलंकरण समारोह में खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में खेलों का निरंतर विकास हो रहा है तथा वह मौका आएगा जब हमारे खिलाड़ी ओलम्पिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतेंगे। मध्यप्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रशिक्षण एवं खेल सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। साथ ही खिलाड़ियों की आवश्यकताओं पर भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। हमारा लक्ष्य है देश को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी तैयार कर देना।

28 दिसम्बर को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिंटो हॉल में मध्यप्रदेश राज्यस्तरीय शिखर खेल अलंकरण समारोह 2019 के खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि पिछले ओलम्पिक में भारतीय महिला हॉकी की टीम में मध्यप्रदेश की छह खिलाड़ी शामिल हुई थीं। बीते वर्ष प्रदेश के दो शूटरों का भारत के लिए ओलम्पिक कोटा हासिल करना गर्व की बात है। चौहान ने कहा कि जब प्रदेश के खिलाड़ियों के गले में मेडल टंगते हैं तो मामा का सिर गर्व से ऊँचा हो जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेलों का निरंतर विकास हो रहा है। खेलों के क्षेत्र में मध्य प्रदेश आज भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल है। वर्ष 2006 में जहां हमारा खेल बजट 05 करोड़ रुपए था वहीं आज 150 करोड़ रुपए से अधिक है। आगे भी खेलों के विकास के लिए पैसों की कमी नहीं आने देंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के खिलाड़ी खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। एशियन गेम्स 2018 में मध्यप्रदेश की मुस्कान किरार ने तीरंदाजी तथा हर्षिता तोमर ने सेलिंग सहित अन्य खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों के विकास के लिए विभागीय मंत्री सहित खेल विभाग का पूरा अमला बधाई का पात्र है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप में अनंत शक्तियां हैं, आप अमृत की संतान हैं। हिम्मत और हौसले के साथ खेलें। आपको सभी सुविधाएं हम दिलवाएंगे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी खिलाड़ियों ने पूरे जोश से मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ स्वर मिलाते हुए कहा ‘‘हम छूलेंगे आसमाँ।’’

खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव की बात है कि हमारे खिलाड़ी देश के लिए दो ‘‘ओलम्पिक कोटा’’ लेकर आए हैं। मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी के खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और चिंकी यादव अगले ओलम्पिक के लिए भारत के लिए दो ओलम्पिक कोटा लाए हैं। यह मध्य प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान खेलों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हैं। गत सरकार में न केवल वर्ष 2019 का खेल अलंकरण समारोह नहीं हुआ अपितु खेल गतिविधियां पूरी तरह से बंद हो गईं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आते ही खेल गतिविधियां प्रारंभ कीं तथा आज वर्ष 2019 का खेल अलंकरण समारोह आयोजित हो रहा है। कोविड संकट के बावजूद प्रदेश में पूरी सुरक्षा व सावधानियों के साथ अगस्त से खेल प्रशिक्षण हो रहा है। खेल मंत्री ने खेलों के क्षेत्र में मिल रही अभूतपूर्व उपलब्धियों पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खेलों में जिस प्रदेश की दूर-दूर तक चर्चा नहीं होती थी आज आपके सहयोग से मध्य प्रदेश का नाम पाँच अग्रणी राज्यों में शामिल है।

संचालक खेल और युवा कल्याण पवन जैन ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि इस साल वर्ष 2019 के 14 खिलाड़ियों को एकलव्य, 10 को विक्रम अवार्ड, तीन खेल प्रशिक्षकों को विश्वामित्र एवं एक खेल हस्ती को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्होंने विभागीय उपलब्धियों से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगीत वन्देमातरम के गायन, म.प्र. गान तथा मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कन्या पूजन के साथ हुआ। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2019 के खेल अलंकरण समारोह पर केन्द्रित स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, खनिज साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, पद्मश्री, अर्जुन एवं द्रोणाचार्य अवार्डी निशानेबाज जसपाल राणा, मध्य प्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, प्रमुख सचिव खेल पंकज राग, संचालक खेल और युवा कल्याण पवन जैन आदि उपस्थित थे।

यह खेल हस्तियां हुईं सम्मानित

वर्ष 2019 के लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भोपाल के ओलम्पियन हॉकी खिलाडी इनाम-उर-रहमान को नवाजा गया। उन्होंने यह अवार्ड वर्चुवल ग्रहण किया।

एकलव्य पुरस्कार-2019 के व्यक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेल) में भिण्ड के अजातशत्रु शर्मा केनोइंग-कयाकिंग, देवास के आदित्य दुबे सॉफ्ट टेनिस, खरगौन के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर शूटिंग, भोपाल की गार्गी सिंह परिहार कराते, जबलपुर की अंशिता पाण्डे वुशू, इंदौर के परम पदम बिरथरे तैराकी, भोपाल के शंकर पाण्डेय फेंसिंग, उज्जैन के अक्षत जोशी घुड़सवारी, इंदौर की अनुषा कुटुम्बले टेबल-टेनिस, धार के प्रियांशु राजावत बैडमिंटन और राजगढ़ के गोविन्द बैरागी सेलिंग को एकलव्य पुरस्कार प्रदान किया गया। दलीय खेलों में (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में टीकमगढ़ की शिवांगनी वर्मा सॉफ्टबॉल और ग्वालियर की इशिका चौधरी हॉकी शामिल हैं। परम्परागत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेल) में इंदौर की नित्यता जैन शतरंज को प्रदान किया गया।

विक्रम पुरस्कार-2019 के व्यक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में भोपाल की राजेश्वरी कुशराम केनोइंग-कयाकिंग, भोपाल के फराज खान घुड़सवारी, इंदौर के अद्वेत पागे तैराकी, जबलपुर की मुस्कान किरार आर्चरी, देवास के जय मीणा सॉफ्ट टेनिस तथा भोपाल की चिंकी यादव शूटिंग को वर्ष 2019 के लिये विक्रम पुरस्कार प्रदान किया गया। दलीय खेलों में (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर की पूजा पारखे सॉफ्टबॉल और ग्वालियर की करिश्मा यादव हॉकी शामिल हैं। दिव्यांग वर्ग (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में जानकी बाई जूडो तथा परम्परागत खेलों (ओलम्पिक एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेल) में भोपाल के चंद्रकांत हरडे थ्रो-बॉल को सम्मानित किया गया।

विश्वामित्र पुरस्कार-2019 में व्याक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर के अभिलाष एम.टी. तैराकी और भोपाल के गिरधारी लाल यादव सेलिंग तथा दलीय खेलों में (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर के शरद जपे खो-खो को विश्वामित्र पुरस्कार से नवाजा गया। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार के सर्वोच्च खेल अंलकरण पुरस्कार से सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों को एकलव्य अवार्ड के लिए 50 हजार तथा विक्रम, विश्वामित्र और लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए एक-एक लाख रूपये की सम्मान निधि प्रदान की जाती है।

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