बेटियां आत्मरक्षा के मूल सिद्धांतों को आत्मसात करेंः डा. प्रीति पाण्डेय

बंशी कालेज आफ एज्यूकेशन बिठूर में महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण पर हुई संगोष्ठी

खेलपथ प्रतिनिधि

कानपुर। बंशी कालेज आफ एज्यूकेशन बिठूर, कानपुर में महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण पर एक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने जहां छात्राओं को खुद में आत्मविश्वास पैदा कर समाज में नया मुकाम हासिल करने का आह्वान किया वहीं सेल्फ डिफेंस एक्सपर्ट 4 डेन ब्लैक बेल्ट श्यामजीत मौर्य ने उन्हें आत्म-सुरक्षा के गुर बताए।

संगोष्ठी में मुख्य वक्ता एस.एन. सेन बालिका पी.जी. कालेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. प्रीति पाण्डेय ने छात्राओं को योग, आसन व्यायाम आदि के महत्व से रूबरू कराया। इस अवसर पर डा. पाण्डेय ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे अजनबी व्यक्तियों के साथ मित्रता न करें तथा उन्हें आत्मरक्षा के मूल सिद्धांतों को आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने अभिभावकों से भी कहा कि वे अपने बच्चों से दोस्ताना सम्बन्ध रखें और समाज में घटने वाली घटनाओं के बारे में चर्चा भी करते रहें। अभिभावक अपने बच्चों के मित्रों के बारे में भी जानकारी रखें।

डा. पाण्डेय ने छात्राओं से कहा कि क्षेत्र कोई भी हो उन्हें स्वयं का मनोबल ऊंचा रखना चाहिए तथा प्रशिक्षकों और यू-ट्यूब आदि के माध्यम से आत्मसुरक्षा तथा मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेते रहना चाहिए। महाविद्यालय के प्राचार्य संजय सिंह ने बालिकाओं से उनके साथ होने वाले अमर्यादित व्यवहार पर चुप रहने की बजाय चुप्पी तोड़ने और आवाज उठाने के साथ ही आत्मनिर्भर एवं जागरूक रहने की नसीहत दी। डा. सिंह ने प्राध्यापकों को छात्र-छात्राओं से समानता का व्यवहार करने का भी अनुरोध किया।

बंशी कालेज की विभागाध्यक्ष बीपीएड डा. श्वेता गुप्ता ने बेटियों की आत्म-सुरक्षा, सम्मान और सशक्तीकरण के उत्तर प्रदेश शासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि समाज बदले या नहीं बेटियों को अपनी सोच को जरूर बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्राएं खुद की सुरक्षा के लिए न केवल सजग रहें बल्कि सेफ्टी की वस्तुएं साथ लेकर चलें। उन्होंने कहा कि लड़कियां सोशल मीडिया में मित्रता स्वीकार कर बहुत जल्द बहुत आगे तक पहुंच जाती हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। डा. श्वेता गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के महत्व से रूबरू कराने के साथ ही उन्हें खेलों को जीवन का नियमित हिस्सा बनाने की अपील की।

डा. श्वेता गुप्ता ने छात्राओं-महिलाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में स्वयं में आत्मविश्वास पैदा कर बहुत चीजों का सामना किया जा सकता है। उन्होंने समाज में गुड पैरेंटिंग की जरूरत पर भी बल दिया। डा. गुप्ता ने कहा कि हम सोशल मीडिया पर इतने सक्रिय हैं कि बच्चों को वक्त नहीं दे पाते। हमें खुद बच्चों के लिए उदाहरण बनना होगा। उन्होंने छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्कूल-कॉलेजों में जूडो-कराटे का प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत बताई। संगोष्ठी में बंशी कालेज के सचिव  डा. मयंक अग्निहोत्री तथा अध्यक्ष डा. हरीश दीक्षित भी शामिल रहे। सेल्फ डिफेंस एक्सपर्ट 4 डेन ब्लैक बेल्ट श्यामजीत मौर्य ने छात्राओं को स्वयं की सुरक्षा के टिप्स देने के साथ ही उन्हें जूडो, कराटे तथा कुंगफू आदि के तौर-तरीके भी सिखाए। ऑनलाइन संगोष्ठी का संचालन डा. श्वेता गुप्ता ने किया।

 

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