हॉकी को स्कूल पाठ्यक्रम में अनिवार्य किया जाएगा: यशोधरा राजे सिंधिया

मुरैना में बैडमिंटन और एथलेटिक्स सेण्टर शुरू होंगे
खेलपथ प्रतिनिधि
भोपाल।
मध्यप्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि स्कूल पाठ्यक्रम के एक भाग में हॉकी खेल को अनिवार्य रूप से जोड़ा जाएगा। इससे हम न सिर्फ हॉकी को बढ़ावा देंगे बल्कि प्रदेश के कई स्कूल-कॉलेजों के बेकार पड़े परिसरों का अधोसंरचना विकास कर 'खेलो इंडिया' के तहत इसका बेहतरीन उपयोग कर सकते हैं। सिंधिया ने यह बात तात्या टोपे नगर स्टेडियम में मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कही। 
खेल मंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया के तहत भारत सरकार बजट उपलब्ध कराती है और राज्य सरकार को भूमि देनी होती है। प्रदेश के विभिन्न स्कूल परिसरों का इसमें उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर छिपी खेल प्रतिभाओं का चयन कर उनके खेल-कौशल को निखारने और उन्हें खेलों के पर्याप्त अवसर दिलाने के लिए स्कूल शिक्षा और खेल विभाग समन्वित सहयोग से आगे की कार्य योजना बनाएं। पैरा स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा पैरा खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर टैलेंट सर्च किया जाए।
प्रमुख सचिव, खेल एवं युवा कल्याण पंकज राग ने मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया की जानकारी देते हुए बताया कि गांव, ब्लॉक, जिला एवं राज्य स्तर पर कुल 291 खेल अधोसंरचनाओं की मैपिंग कर चिह्नांकित किया गया है। आगामी एक साल में मैपिंग की हमारी अपनी जीआईएस/एमआईएस विकसित की जाएंगी। राज्यस्तरीय खेल मैदान संघों का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही भारत सरकार को एथलेटिक्स, शूटिंग, फुटबाल और हॉकी के रिफ्रेशर कोर्स के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा। साथ ही ब्लॉक समन्वयकों के लिए ऑनलाइन/ऑफलाइन एथलेटिक्स रिफ्रेशर कोर्स आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने जानकारी दी कि राज्यस्तरीय खेलो इंडिया सेण्टर के तहत तीन अलग-अलग प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे गए हैं। वृहद् (मेगा) सेण्टर के तहत शूटिंग, हॉकी (पुरुष) तथा रोइंग खेल को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही प्रदेश में राज्यस्तरीय खेलो इंडिया सेण्टर फॉर शूटिंग को स्थापित किया जायेगा। मध्यम (मीडियम) सेण्टर के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, जिसमें उपलब्ध खेल अधोसंरचनाओं के बेहतर उपयोग की बात कही गई है। 
लो इंडिया स्मॉल (छोटे) सेण्टर के लिए 25 जिलों से 14 खेलों के लिए प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा गया है। पहले चरण में पांच जिले मुरैना में बैडमिंटन और एथलेटिक्स, सतना में बैडमिंटन और वेटलिफ्टिंग, सीहोर में फुटबॉल और वेटलिफ्टिंग, इंदौर में वेटलिफ्टिंग और कुश्ती तथा उज्जैन में शूटिंग और कुश्ती के छोटे सेण्टर शुरू किए जाएंगे।
संचालक खेल एवं युवा कल्याण पवन कुमार जैन ने बताया कि खेलो इंडिया योजना के तहत मध्यप्रदेश के कुल 90 खिलाड़ियों (42 पुरुष एवं 48 महिला) को चयनित कर एडवांस ट्रेनिंग दी गई। इसमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, हॉकी पुरूष एवं महिला, रोइंग तथा शूटिंग के 38 खिलाड़ियों का चयन मध्यप्रदेश राज्य स्पोर्ट्स अकादमियों के लिए किया गया है।

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