शौक शौक में खेली थी हॉकी, अब दीपिका ठाकुर बनीं अर्जुन

पिता की मौत के बाद मां और उसके बाद पति का मिला सहारा

खेलपथ प्रतिनिधि

यमुनानगर। यमुनानगर की बेटी और करनाल की बहू दीपिका ठाकुर का नाम देश के उन 27 खिलाड़ियों में शामिल है जिन्हें अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जाएगा। बचपन से ही हाथ में हॉकी थामने वाली इस बेटी को 29 अगस्त को मिलने वाले अर्जुन अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। दीपिका बताती हैं कि उनके परिवार में मम्मी ज्ञानती देवी हैं। एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। पिता के स्वर्गवास के बाद परिवार की पूरी जिम्मेदारी मां पर आ गई थी।

दीपिका बताती हैं कि बचपन में उन्होंने शौकिया रूप से हॉकी खेलना शुरू किया था। इसके बाद फिर सिलसिला बन गया। दीपिका बताती हैं कि पति का हर कदम पर उन्हें साथ मिला। यही वजह है कि आज वो इस मुकाम पर पहुंची हैं। दीपिका पंजाब के कपूरथला रेलवे में कार्यरत हैं। वहीं दीपिका की इस उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है। उन्होंने उपलब्धि का श्रेय भी पति, ससुराल और मायके के परिवार को दिया। 

दीपिका ने बताया कि बेटे के जन्म के बाद वह करीब एक साल से टीम से दूर हैं। दीपिका ने बताया कि अब उनका लक्ष्य टीम में वापसी करना है। दीपिका को 2004 में भारतीय टीम से खेलने का अवसर मिला। इसके बाद दीपिका ने अपनी मेहनत और लगन से दिन-रात एक करके अपनी टीम को कई महत्वपूर्णण उपलब्धियां दिलवाईं।

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