ओलंपिक टलने से कई गुना बढ़ेगी लागत
टोक्यो ओलंपिक के आयोजकों ने कहा है कि खेलों को स्थगित करने से अतिरिक्त लागत कई गुना बढ़ जायेगी। उन्होंने इस पेचीदा और अभूतपूर्व काम की शुरुआत के लिये बृहस्पतिवार को एक कार्यबल का गठन किया। कोविड 19 के कारण ओलंपिक स्थगित करने के ऐतिहासिक फैसले के बाद आयोजकों के सामने अब अगले साल खेलों के आयोजन की कठिन चुनौती है। टोक्यो 2020 के सीईओ तोशिरो मुतो ने कार्यबल की पहली बैठक में कहा,‘एक एक करके हमें सुनिश्चित करना होगा कि हर समस्या का हल निकल सके।’
उन्होंने कहा,‘अतिरिक्त लागत काफी अधिक होगी। हमें इसके लिये काफी प्रयास करने होंगे।’ आयोजकों का मानना है कि अतिरिक्त लागत करीब 27 अरब डॉलर होगी। इसमें आयोजन स्थलों का किराया, होटलों की दोबारा बुकिंग, स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों को अतिरिक्त भुगतान शामिल है।
सही समय पर किया फैसला : बिंद्रा
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत के दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने टोक्यो ओलंपिक खेलों को स्थगित करने में त्वरित फैसला किया जबकि कुछ अन्य शीर्ष खिलाड़ी और राष्ट्रीय संघ घोषणा करने में देरी के लिये आईओसी की आलोचना कर रहे थे। टोक्यो ओलंपिक 2020 को कोविड-19 महामारी के कारण मंगलवार को अगले साल तक टाल दिया गया। इस फैसले से पहले हालांकि कुछ शीर्ष खिलाड़ियों तथा ब्रिटिश ओर कनाडा ओलंपिक संघों ने आईओसी के फैसला करने में देरी के लिये नाराजगी जतायी थी लेकिन भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा की राय इसके विपरीत है। बिंद्रा ने कहा, ‘यह देखकर अच्छा लगा कि फैसला त्वरित किया गया क्योंकि खेल होंगे या नहीं इसको लेकर काफी अनिश्चितता बनी हुई थी। मेरा मानना है कि यह फैसला सही समय पर किया गया। यह काफी जटिल फैसला था।’ उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ी अब थोड़ा शांति से रह सकते हैं और अब वे इस पर ध्यान दे सकते हैं कि वे और उनके आसपास के लोग स्वस्थ रहे। यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है।’
सबसे बुरा सपना सच हो गया : विनेश
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत की पदक की दावेदार कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक का स्थगित होना उनका ‘सबसे बुरा सपना’ था और आगे का लंबा इंतजार इन खेलों में भाग लेने से अधिक कड़ा होगा। कोविड-19 महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक 2020 को अगले साल तक स्थगित कर दिया गया है और जब विनेश को इसका पता चला तो वह निराशा में डूब गयी। विनेश ने ट्विटर पर जारी बयान में कहा, ‘यह किसी भी खिलाड़ी का सबसे बुरा सपना होता है और यह सच साबित हुआ। सभी जानते हैं कि ओलंपिक में खेलना एक खिलाड़ी के लिये सबसे मुश्किल चुनौती होती है लेकिन अब इस स्तर पर मौके का इंतजार करना उससे भी कड़ा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं वास्तव में नहीं जानती कि अभी क्या कहना है लेकिन मेरे अंदर भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है।’ रियो ओलंपिक से चोट के कारण जल्दी बाहर हुई विनेश भारत की पदक उम्मीदों में से है। उन्होंने कहा ,‘दुनिया के लिये यह कठिन समय है। मैं भी निराश हूं लेकिन हमें निराशा में ही आशा की किरण तलाशनी होगी।’