भारत में खिलाड़ियों पर खेल संघों का राज

हर खेल के कई संगठन, खिलाड़ी असली-नकली के फेर में भ्रमित

खेलपथ प्रतिनिध

नई दिल्ली। केन्द्र और राज्य सरकारें खेलों के विकास पर पानी की तरह पैसा बहाती हैं लेकिन भारतीय खिलाड़ियों पर खेल संघों का ही राज चलता है। हर खेल के कई संगठन होने के चलते खिलाड़ी असली-नकली के फेर में न केवल भ्रमित होते हैं बल्कि उनका बेशकीमती समय भी जाया होता है। भारत में ड्रैगन बोट खेल में भी दो-दो संगठन लम्बे समय से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। ऐसे में इस खेल में दिलचस्पी रखने और करियर बनाने वाले खिलाड़ी हमेशा भ्रमित रहते हैं। इंटरनेशनल ड्रैगन बोट फेडरेशन के प्रेसीडेंट माइकल डी. थामस भारत में ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया को ही असली संगठन मानते हैं।

इंटरनेशनल ड्रैगन बोट फेडरेशन के प्रेसीडेंट माइकल डी. थामस भारत में ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया को ही असली संगठन मानते हैं। इस संगठन के अध्यक्ष राजेन गोहैन, आजीवन अध्यक्ष सुरजीत सिंह बाजवा तथा महासचिव के.एस. रेगी हैं। 20 नवम्बर 2017 को अपने एक पत्र के माध्यम से इंटरनेशनल ड्रैगन बोट फेडरेशन के प्रेसीडेंट माइकल डी. थामस ने ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया को विभिन्न प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम की सहभागिता को हरी झण्डी दिखाई थी। ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया को ही एशियन ड्रैगन बोट फेडरेशन भी भारत का मुख्य संगठन मानता है।  

ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया के आजीवन अध्यक्ष सुरजीत सिंह बाजवा का कहना है कि वह और उनका संगठन ड्रैगन बोट खेल में कौशल दिखाने वाले खिलाड़ियों को हरमुमकिन मदद को तैयार है। हमारा उद्देश्य खेल संगठन की राजनीति करना नहीं बल्कि खिलाड़ियों का सही मार्गदर्शन करना है। श्री बाजवा का कहना है कि चीन के सान्या में होने वाली छठी एशियन बीच खेलों में भारतीय खिलाड़ी ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया के बैनर तले अच्छा प्रदर्शन करेंगे। श्री बाजवा ने खिलाड़ियों को भ्रमित न होते हुए ड्रैगन बोट फेडरेशन आफ इंडिया से सम्पर्क करने का आह्वान किया है।   

  

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