खेलों से मेरा गहरा रिश्ताः डॉ. थाउसेन
संचालक खेल डॉ. थाउसेन को दी भावभीनी विदाई
डॉ. एस.एल. थाउसेन अब होंगे एडीजी बी.एस.एफ. नई दिल्ली
खेलपथ प्रतिनिधि
भोपाल। खिलाड़ी बच्चों को प्रैक्टिस करते, पसीना बहाते और दौड़ते भागते देखकर मुझे काफी खुशी मिलती है। बच्चे जब मेडल जीतकर लाते तो यह खुशी दोगुनी हो जाती। खेलों से मेरा गहरा लगाव है जो कभी कम नहीं होगा। यह उद्गार टी.टी. नगर स्टेडियम परिसर में आयोजित विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए संचालक खेल और युवा कल्याण डॉ. एस.एल. थाउसेन ने व्यक्त किए।
15 फरवरी को खेल और युवा कल्याण संचालनालय के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा खेल संचालक को भावभीनी विदाई दी गई। संयुक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान एवं बी.एस. यादव द्वारा खेल संचालक डॉ. थाउसेन को शाल एवं श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया गया। विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों ने उन्हें पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट किए। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा खेल संचालक डॉ. एस.एल. थाउसेन का स्थानांतरण एडीजी बी.एस.एफ. के पद पर नई दिल्ली में किया गया है।
विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए खेल संचालक डॉ. थाउसेन ने कहा कि खेल विभाग के माध्यम से संचालित अकादमियों का मुख्य कार्य खिलाड़ियों को तैयार करना और उन्हें हाई स्टेज पर पहुंचाना है ताकि वे देश और प्रदेश के लिए मेडल जीत सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों को आवश्यक खेल संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं उन्हें हाईपरफारमेंस ट्रेनिंग देकर आधुनिक खेल उपकरणों पर प्रैक्टिस कराई जा रही है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं और प्रदेश के खिलाड़ी पदक जीतकर देश और प्रदेश का गौरव बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने अपनी विदाई के प्रत्युत्तर में सभी अधिकारी और कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसी भी उपलब्धि को हासिल करने के लिए समन्वित प्रयास जरूरी है। टीम वर्क से सफलता सुनिश्चित है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर कार्य करने की मेरी इच्छा थी इसीलिए बीएसएफ में सेवा का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यहां की यादों को भुलाया नहीं जा सकेगा। डॉ. थाउसेन ने खिलाड़ी बच्चों को खूब परिश्रम करने और मेडल जीतने के लिए प्रोत्साहित किया। संयुक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान ने विदाई समारोह में कहा कि खेल संचालक डॉ. थाउसेन के मार्गदर्शन में पूरे प्रदेश में खेल अधोसंरचना का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि खेल संचालक डॉ. थाउसेन के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
संयुक्त संचालक बी.एस. यादव ने भी खेल संचालक डॉ. थाउसेन की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि सहज, सरल और सौम्य प्रतिभा के धनी खेल संचालक डॉ. थाउसेन ने खिलाड़ियों के साथ ही अधिकारी और कर्मचारियों के हित में कई कार्य किए हैं जो स्मरणीय रहेंगे।
उप संचालक जोंस चाको ने खेल संचालक डॉ. थाउसेन के सान्निध्य में किए गए कार्यों को अद्वितीय बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में कार्य कर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। सहायक संचालक जमील अहमद कुरैशी और ताइक्वांडो खिलाड़ी लतिका भंडारी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस मौके पर सहायक संचालक ओ.पी. हरोड़, डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव, के.के. खरे, वाणी साहू, पी.आर.ओ. महेंद्र व्यास, प्रशासकीय अधिकारी एम.एल. कन्नौजी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी, खेल प्रशिक्षक और खिलाड़ी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सहायक संचालक विकास खराड़कर ने किया।