राज्यस्तरीय जूनियर हैंडबॉल में वाराणसी की बेटियों का फहरा परचम
शिवांगी पांडेय की टोली ने मेजबान अयोध्या छात्रावास को हराकर जीता खिताब
खेलपथ संवाद
वाराणसी। खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश की पहल पर क्षेत्रीय खेल कार्यालय अयोध्या द्वारा 29 नवम्बर से दो दिसम्बर तक आयोजित राज्यस्तरीय जूनियर बालिका हैंडबॉल प्रतियोगिता वाराणसी की जांबाज बेटियों ने जीत ली। शिवांगी पांडेय की टोली ने मेजबान अयोध्या छात्रावास की बालिकाओं को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया।
वाराणसी की हैंडबॉल टीमें अंशकालिक मानदेय प्रशिक्षक तरुण कुमार के कुशल मार्गदर्शन में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। वाराणसी के होनहार बालक और बालिकाएं अब तक हैंडबॉल में आठ पदक अपने नाम कर चुके हैं। इससे पहले वाराणसी टीम ने सब जूनियर बालक वर्ग (अमेठी) में कांस्य पदक, सब जूनियर बालिका वर्ग (बाराबंकी) में स्वर्ण पदक, जूनियर बालक वर्ग (वाराणसी) में स्वर्ण पदक, सीनियर बालक वर्ग (प्रयागराज) में रजत पदक, सीनियर बालिका वर्ग (लखनऊ) में कांस्य पदक, पंडित दीन दयाल उपाध्याय राज्यस्तरीय बालक वर्ग (मुरादाबाद) में कांस्य पदक, पंडित दीन दयाल उपाध्याय राज्यस्तरीय बालिका प्रतियोगिता (बस्ती) में कांस्य पदक तथा हाल ही में अयोध्या में आयोजित प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी बादशाहत साबित की।
वाराणसी की स्वर्ण पदक विजेता टीम में शिवांगी पांडेय (कप्तान) प्रीति यादव, काजल, प्रीति पटेल, स्नेहा, सुहानी, मानसी, रितिका, साक्षी और गोलकीपर के रूप में सेजल और सुरम्या रहीं। प्रशिक्षक तरुण कुमार का कहना है कि हैंडबॉल एक टीम गेम है, सेजल और सुरम्या ने अपने शानदार खेल से विरोधी टीमों के प्रयासों पर पानी फेरा। उन्होंने कहा कि हैंडबॉल में गोलकीपर का बहुत अहम का योगदान होता है, बचाव की आखिरी पंक्ति गोलकीपर ही होता है। सेजल और सुरम्या ने अपना अपना काम बखूबी किया। वाराणसी की होनहार बेटियों ने अच्छे तालमेल और अपने उत्कृष्ट खेल से यह उपलब्धि हासिल की है।
प्रशिक्षक तरुण कुमार 2023 से लालपुर में अंशकालिक मानदेय प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी विमला सिंह ने स्वर्ण पदक जीतकर आने वाली टीम से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाते भविष्य की प्रतियोगिताओं में भी इसी तरह स्वर्णिम प्रदर्शन की शुभकामनाएं दीं। उप क्रीड़ाधिकारी डॉक्टर मंजूर आलम अंसारी , उप क्रीड़ाधिकारी अकरम महमूद, उप क्रीड़ाधिकारी इरशाद अहमद, जीवन रक्षक कन्हाई लाल पात्रा के साथ साथ सभी साथी प्रशिक्षकों ने भी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
