नगरोटा उप चुनाव में भाजपा की धमाकेदार जीत
देवयानी राणा ने 24 हजार से ज्यादा वोटों से जीतीं
चुनाव विशेष
जम्मू-कश्मीर। नगरोटा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवयानी राणा ने 24,647 वोटों से जबरदस्त जीत दर्ज की है। उन्होंने सीट बरकरार रखी और विपक्ष को भारी अंतर से पछाड़ दिया। यहां कुल 10 उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला था, लेकिन नतीजों ने दिखा दिया कि नगरोटा में भाजपा का दबदबा अडिग है।
देवयानी राणा ने नेशनल पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह को 24,647 वोटों से हराया। नेशनल कॉन्फ्रेंस की उम्मीदवार शमीम बेगम तीसरे नंबर पर रह गईं। राणा को 42,350 वोट मिले, जबकि हर्ष देव सिंह को 17,703 वोट और शमीम बेगम को 10,872 वोट मिल पाए। नेशनल पैंथर्स पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों ही यहां जनता का मूड बदलने में नाकाम रहीं। वोटों का भारी अंतर बताता है कि इस क्षेत्र में भाजपा की पकड़ बेहद मजबूत है। शमीम बेगम के तीसरे स्थान पर खिसकने से नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए यह नतीजा बड़ा झटका है।
नगरोटा भाजपा का पुराना गढ़ रहा है और इस उपचुनाव ने इसे और पक्का कर दिया। जीत की घोषणा होते ही जम्मू में भाजपा समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। देवयानी राणा पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा की बेटी हैं। उनके पिता ने 2024 विधानसभा चुनाव में इसी सीट पर जीत हासिल की थी। उनकी मृत्यु के बाद यह उपचुनाव हुआ था।
देवयानी राणा जम्मू कश्मीर की एक युवा और उभरती हुई भाजपा नेता हैं। राणा की पढाई भी काफी मजबूत है। वे यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से इकोनॉमिक्स ग्रैजुएट हैं। पढाई के बाद वे लम्बे समय तक अपने परिवार के बिजनेस वेंचर्स को मैनेज करती रहीं। यही वजह है कि वे प्रोफेशनल, मॉडर्न और एफिशिएंट कामकाज की छवि वाली नेता के रूप में सामने आईं।
अपने कैंपेन में देवयानी ने विकास, आधुनिक ढांचे और लोगों की आसान पहुंच वाले सिस्टम पर फोकस किया। उन्होंने कहा था कि उनका लक्ष्य उस काम को आगे बढाना है जिसे उनके पिता ने शुरू किया था। गांवों और कस्बों के संपर्क मार्ग, लोक सुविधा और युवाओं के लिए मौके जैसे मुद्दे उनकी प्राथमिकता में रहे।
देवयानी राणा ने अपनी जीत पर कहा था कि वे बहुत खुश हैं क्योंकि भाजपा ने उन पर भरोसा किया। उन्होंने कहा, 'मैं बहुत लकी हूं कि मुझे भाजपा का सपोर्ट मिला। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मिलकर मेरी जीत सुनिश्चित की। 2024 में नगरोटा ने राणा साहब को आशीर्वाद दिया था और आज मुझे भी वही आशीर्वाद मिला है।
90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भाजपा के पास 29 और नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 41 सीटें हैं। अगर पीडीपी बडगाम सीट जीत लेती है तो उसकी कुल सीटें बढ़कर 4 हो जाएंगी। नगरोटा जीत के बाद भाजपा का मनोबल और मजबूत हुआ है और यह साफ संकेत है कि पार्टी जम्मू क्षेत्र में अपनी पकड़ और कड़ी कर रही है।
