राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में तमिलनाडु सिरमौर

झारखंड के पार्थ सिंह ने किया प्रभावित, बने सर्वश्रेष्ठ एथलीट
हरियाणा के होनहार एथलीटों ने दो स्वर्ण सहित जीते सात पदक
खेलपथ संवाद
भुवनेश्वर। कलिंगा स्टेडियम में आयोजित 40वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में तमिलना़डु के एथलीटों का जलवा रहा। प्रतियोगिता के अंतिम दिन अंडर-20 पुरुष और महिला 4x400 मीटर रिले में तमिलनाडु के धावकों द्वारा बनाए गए मीट रिकॉर्ड ने उन्हें शीर्ष पर पहुंचा दिया। तमिलनाडु की टीम 289 अंक लेकर शीर्ष पर रही। 287 अंक के साथ हरियाणा टीम दूसरे स्थान पर रही।
तमिलनाडु ने अंडर-16 बालक और बालिका वर्ग में ओवरऑल टीम खिताब भी जीता। अंडर-18 बालक और बालिका वर्ग में हरियाणा का दबदबा रहा। पुरुषों की अंडर-20 भाला फेंक स्पर्धा का भी बेसब्री से इंतजार किया गया। हालांकि, 2012 में राजेश कुमार बिंद द्वारा बनाया गया 80.14 मीटर का मीट रिकॉर्ड और 2016 में नीरज चोपड़ा द्वारा बनाया गया 86.48 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बरकरार रहा।
भुवनेश्वर स्थित कलिंगा स्टेडियम में संपन्न 40वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में झारखंड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य का नाम रोशन किया। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और ओडिशा एथलेटिक्स संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस प्रतियोगिता में झारखंड ने 2 स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य पदक जीतकर कुल 8 पदक अपने नाम किए। रांची के उभरते एथलीट पार्थ सिंह ने बालक अंडर-20 आयु वर्ग में कमाल का प्रदर्शन करते हुए 100 मीटर दौड़ और लम्बी कूद में दो स्वर्ण पदक जीते। लंबी कूद में उन्होंने 7.82 मीटर की छलांग लगाकर नया नेशनल मीट रिकॉर्ड बनाया और 1099 अंकों के साथ देश के सर्वश्रेष्ठ एथलीट का खिताब अपने नाम किया।
झारखंड की इस ऐतिहासिक सफलता पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, खेल मंत्री सुदिव्य कुमार, खेल सचिव मनोज कुमार, खेल निदेशक शेखर जमुआर और झारखंड एथलेटिक्स संघ के पदाधिकारी डॉ. मधुकांत पाठक (प्लानिंग कमेटी चेयरमैन), सीडी सिंह, अध्यक्ष, एसके पांडे, सचिव और प्रभाकर वर्मा ने पार्थ समेत पूरी टीम को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। टीम के कोच के रूप में साहिबगंज से योगेश यादव, रांची से प्रभात रंजन तिवारी और नरेश कुजूर और हजारीबाग से अनुकंपा रुंडा ने खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया। टीम मैनेजर की भूमिका सिकंदर महतो ने निभाई।
हरियाणा के होनहार एथलीटों ने दो स्वर्ण, चार रजत सहित कुल सात पदक जीते
झज्जर। हरियाणा की बेटियों ने भुवनेश्वर (ओडिसा) नेशनल जूनियर एथलेटिक चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल सात पदक पदक जीतकर हरियाणा का नाम रोशन किया। एथलेटिक्स हरियाणा के अध्यक्ष दिलबाग सिंह ने बताया कि 40वीं जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप भुवनेश्वर ओडिसा में आयोजित की गई। इसमें हरियाणा के 145 एथलीटों ने भाग लिया और सात पदक जीते।
एथलेटिक्स हरियाणा के महासचिव प्रदीप मलिक ने कहा कि एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से 40वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक चैम्पियनशिप का पांच दिवसीय आयोजन कलिंगा स्टेडियम भुवनेश्वर में 10 से 14 अक्टूबर तक किया गया। मीडिया प्रभारी सत्यवीर धनखड़ ने बताया कि भिवानी की 18 वर्षीय सीमा ने हेप्टाथलान इवेंट में 4725 अंक अर्जित कर स्वर्ण पदक और फतेहाबाद की मुस्कान ने 4203 अंक अर्जित कर कांस्य पदक जीता।
झज्जर की 18 वर्षीय आरती 200 मीटर दौड़ में 24 सेकेंड 25 माइक्रोन का समय देकर स्वर्ण पदक विजेता बनी। सोनीपत की 20 वर्षीय प्राची ने हाई जम्प में एक मीटर 66 सेंटीमीटर की ऊंची छलांग लगाकर रजत पदक अपने नाम किया। मिक्स रिले 20 साल आयु वर्ग में हिसार के मोहित कुमार, गुरुग्राम के क्षितिज शर्मा, जींद की कविता और तमन्ना की टीम ने 3 मिनट 31 सेकेंड और 08 माइक्रोन का समय देकर रजत पदक जीता।
हिसार की 20 साल आयु वर्ग में प्रिया ने हेप्टाथलान इवेंट में 4173 अंक अर्जित कर कांस्य पदक जीतकर हरियाणा राज्य का नाम रौशन किया। डिस्कस थ्रो इवेंट में हिसार की ओशिन ने 18 साल लड़की वर्ग में 43 मीटर 33 सैंटीमीटर की थ्रो के साथ रजत पदक जीता। लंबी कूद में झज्जर की 16 आयु वर्ग में दीक्षा ने 4 मीटर 11 सेंटीमीटर की लंबी छलांग के साथ रजत पदक जीता। एथलेटिक्स हरियाणा टीम में टीम मैनेजर पुनित, रोहतास, टीम कोच जसवंत सिवाच और बीरबल ने सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी।