वनडे महिला क्रिकेट में आस्ट्रेलिया ने रचा इतिहास

एलिसा हीली की कप्तानी पारी से हासिल किया सबसे बड़ा लक्ष्य
भारतीय महिला टीम की विश्व कप में लगातार दूसरी हार
खेलपथ संवाद
विशाखापत्तनम। ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने रविवार को भारत के खिलाफ 331 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इतिहास रच दिया। टीम ने महिला वनडे क्रिकेट में सबसे बड़े लक्ष्य को तीन विकेट शेष रहते हासिल कर नया रिकॉर्ड अपने नाम किया।
विशाखापत्तनम में खेले गए इस रोमांचक महिला विश्व कप मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.5 ओवर में 330 रन बनाए। भारत की ओर से प्रतिका रावल और स्मृति मंधाना ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 155 रनों की साझेदारी की। लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कप्तान एलिसा हीली की बेहतरीन पारी की बदौलत 49 ओवर में सात विकेट पर 331 रन बनाकर मैच जीत लिया। हीली ने 107 गेंदों में 142 रनों की दमदार और मैच जिताने वाली पारी खेली। भारत की ओर से श्री चरणी ने तीन विकेट हासिल किए, जबकि अमनजोत कौर और दीप्ति शर्मा ने दो-दो विकेट लिए।
छह गेंदों के शेष रहते ऑस्ट्रेलिया ने 331 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया। यह महिला वनडे इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज है। इससे पहले का रिकॉर्ड 302 रन का था, जिसे श्रीलंका महिला टीम ने 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हासिल किया था।
चार मैचों में तीन जीत के साथ सात अंक लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम महिला विश्व कप की अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गई है। वहीं, इंग्लैंड एक बार फिर दूसरे स्थान पर खिसक गई। भारत लगातार दो मैचों में हार के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है। उसके खाते में चार अंक हैं और नेट रन रेट 0.682 है। चौथे पायदान पर दक्षिण अफ्रीका की टीम है जिसके भी चार अंक हैं। हालांकि, उसका नेट रन रेट -0.888 है।
कप्तान एलिसा हीली (142) ने शानदार शतक जड़कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। हीली ने शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों पर हमला बोला। उन्होंने क्रांति गौड़ के एक ओवर में एक छक्का और तीन चौके लगाकर मैच का रुख बदल दिया। हीली ने सिर्फ 35 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया, जो मौजूदा विश्व कप का सबसे तेज पचासा है। इसके बाद उन्होंने महज 84 गेंदों में अपने करियर का छठा शतक पूरा किया। वह 107 गेंदों में 21 चौके और तीन छक्के की मदद से 142 रन बनाकर पवेलियन लौटीं।
श्री चरणी (10-1-41-3) ने भारत के लिए शानदार स्पेल किया। उन्होंने फीबी लिचफील्ड और एनाबेल सदरलैंड जैसे अहम विकेट लिए। एक समय ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट पर 265 रन थे, लेकिन हीली के आउट होने (142) के बाद कुछ झटके लगे और स्कोर 303/7 हो गया। हीली और एश्ले गार्डनर (45) ने चौथे विकेट के लिए 95 रन जोड़े, जिससे मैच वापस ऑस्ट्रेलिया की पकड़ में आया। एलिस पेरी (47 नाबाद), जो पहले चोट के कारण रिटायर हर्ट हो गई थीं, आखिर में लौटीं और विजयी पारी पूरी की।
स्मृति मंधाना (80) और प्रतिभा रावल (75) ने पहले विकेट के लिए 155 रन की साझेदारी की, जिससे टीम को मजबूत नींव मिली। मंधाना ने 46 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और इसी पारी के दौरान वह महिला वनडे में 5000 रन पूरे करने वाली सबसे तेज और सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गईं। रावल ने भी 69 गेंदों में पचास रन पूरे किए। मंधाना ने स्पिनर सोफी मोलिनेक्स के पहले ही ओवर में 18 रन ठोककर रफ्तार पकड़ी। दोनों ने मिलकर अपनी छठी 100 रन की साझेदारी दर्ज की।
हालांकि, मंधाना के आउट होने के बाद भारत की गति थोड़ी धीमी पड़ी। इसके बाद रावल, कप्तान हरमनप्रीत कौर और हरलीन देओल जल्दी आउट हो गईं और स्कोर 38वें ओवर में 240/4 हो गया। अंत में ऋचा घोष (28) और जेमिमा रोड्रिग्स (33) ने पांचवें विकेट के लिए 54 रन जोड़कर भारत को 300 के पार पहुंचाया। पेसर एनाबेल सदरलैंड ने पांच विकेट झटके। इसके अलावा सोफी मोलिनेक्स को तीन और मेगन स्कट व एश्ले गार्डनर ने एक-एक सफलताएं हासिल कीं।