भारतीय महिला शूटरों का 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में कमाल

पुरुष निशानेबाजों ने रजत और कांस्य पदक जीतकर लाज बचाई

खेलपथ संवाद

नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। महिला निशानेबाजों ने 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में तीनों पोडियम स्थान हासिल किए, जबकि पुरुषों ने डॉ. कर्णी सिंह रेंज में पहले दिन एक रजत और एक कांस्य पदक जीता।

इस महीने की शुरुआत में कजाकिस्तान में हुई एशियाई चैंपियनशिप में अपना स्वर्णिम प्रदर्शन जारी रखते हुए, युवा अनुष्का ठोकुर ने 621.6 अंकों के साथ महिला वर्ग का खिताब जीता। 18 वर्षीय अनुष्का ने हाल ही में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में जूनियर वर्ग का स्वर्ण पदक जीता था और गैर-ओलंपिक स्पर्धा में भी इसी तरह का शानदार प्रदर्शन किया था।

उनके बाद उनकी हमवतन अंशिका (18) ने 619.2 अंकों के साथ रजत पदक जीता, जबकि 20 वर्षीय आध्या अग्रवाल ने 615.9 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता और मेजबान टीम का क्लीन स्वीप किया।

पुरुषों की स्पर्धा में भी भारत को सफलता मिली, जहाँ दीपेंद्र सिंह शेखावत और रोहित कन्यान ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय पदक जीते। एशियाई चैम्पियनशिप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में भाग लेने वाले दीपेंद्र ने 10-10 शॉट्स की छह सीरीज़ में 617.9 का स्कोर बनाकर दूसरा स्थान हासिल किया। रोहित ने 616.3 के साथ कांस्य पदक जीता।

स्वर्ण पदक व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट (एआईएन) निशानेबाज कामिल नूरियाखमेतोव को मिला, जिन्होंने 11 निशानेबाजों के बीच 618.9 का स्कोर बनाया। अन्य भारतीयों में, कज़ाकिस्तान एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता नितिन वाघमारे (615.6) पाँचवें स्थान पर रहे, जबकि कुशाग्र सिंह (611.6) और कुणाल शर्मा (590.9) क्रमशः आठवें और ग्यारहवें स्थान पर रहे।

पहले दिन पाँच पदक जीतकर भारत ने घरेलू मैदान पर अपना दबदबा कायम रखा। शुक्रवार को जब ओलंपिक स्पर्धाएं शुरू होंगी तो प्रतिस्पर्धा और तीव्र हो जाएगी, जिसमें पुरुषों और महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल की फाइनल स्पर्धाएं होंगी।

आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप 2025 का हुआ औपचारिक उद्घाटन

नई दिल्ली। आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप राइफल/पिस्टल/शॉटगन नई दिल्ली 2025 का औपचारिक उद्घाटन गुरुवार शाम एनआरएआई के उपाध्यक्ष वी.के. ढल ने डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में किया। शाम की शुरुआत पारंपरिक गणेश वंदना नृत्य के साथ हुई, जिसके बाद भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए जोशीले भांगड़ा और डांडिया के प्रदर्शन हुए।

एनआरएआई के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, "देश में पहली बार आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप की मेजबानी करना भारत के लिए गर्व की बात है। जूनियर प्रतियोगिताएं ही भविष्य के ओलंपियनों की खोज का आधार होती हैं और यह आयोजन भारतीय निशानेबाजी के लिए एक मील का पत्थर है। मैं सभी एथलीटों और अधिकारियों का हार्दिक स्वागत करता हूं और आशा करता हूं कि आप न केवल पदक बल्कि भारत और यहां बनी दोस्ती की यादें भी अपने साथ ले जाएंगे।"

आईएसएसएफ के खेल निदेशक पीटर अंडरहिल ने कहा, "भारत ने विश्व स्तरीय सुविधाओं और प्रतिबद्ध आयोजकों के साथ निशानेबाजी प्रतियोगिताओं की मेजबानी में उच्च मानक स्थापित किए हैं। इस तरह के जूनियर इवेंट हमारे खेल के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह देखना प्रेरणादायक है कि एनआरएआई युवाओं को प्राथमिकता दे रहा है और एक ऐसा मंच तैयार कर रहा है, जहां युवा एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।"

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