विज्ञान प्रदर्शनी में आरआईएस के विद्यार्थियों ने दिखाई प्रतिभा

विज्ञान और नवाचार पर ज्ञानवर्धक मॉडलों का किया निर्माण

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं ने विज्ञान और नवाचार पर ज्ञानवर्धक मॉडलों का निर्माण कर अपनी प्रतिभा का शानदार उदाहरण पेश किया। विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने स्मार्ट ह्वीलचेयर, रिमेंबर मशीन, एंटी सुसाइडल फैन, कार्बन आब्जॉर्बर, फायर अलार्म विद वॉटर, स्प्रिंकलर, स्मार्ट वाटरिंग सिस्टम, अर्थक्वेक डिटेक्टर, रिमोट कंट्रोल कार, टैटू मशीन, हैंडराइटिंग मशीन, प्लास्टिक रीसाइकिलिंग, मस्टर्ड आयल स्पेलर, हाइड्रोपोनिक, एक्वा फार्मिंग, कार्बन डिटेक्टर, फ्लड डिटेक्टर, वेस्ट मैनेजमेंट कंट्रोल जैसे एक से बढ़कर एक मॉडल बनाकर निर्णायकों की वाहवाही लूटी।

विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन विद्यालय की प्रधानाचार्या प्रिया मदान ने करते हुए कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है। वैज्ञानिक सोच, अभिरुचि, जागरूकता एवं नवाचारों को विकसित करने में विज्ञान प्रदर्शनी का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इससे छात्र-छात्राओं में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण का भी विकास होता है। विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं के कौशल का मूल्यांकन निर्णायक मंडल में शामिल प्राध्यापक अमित तायल जैन चौरासी इंटर कॉलेज मथुरा, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, डिस्ट्रिक्ट साइंस क्लब मथुरा तथा डॉ. आलोक भारद्वाज एसोसिएट प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, जीएलए यूनिवर्सिटी मथुरा ने किया। छात्र-छात्राओं ने निर्णायकों को अपने-अपने मॉडलों की उपयोगिता भी बताई। अंत में निर्णायकों ने कहा कि प्रत्येक मॉडल छात्र-छात्राओं की शानदार कल्पनाशीलता का प्रमाण है। अंत में उन्होंने विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं के बौद्धिक प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी युग में इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों के सर्वांगीण मानसिक विकास के लिए जरूरी हैं। डॉ. अग्रवाल ने प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडलों को उनकी कल्पनाशीलता का नायाब उदाहरण बताया। डॉ. अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आपने अपना शत-प्रतिशत ज्ञान और कौशल दिखाया यही सबसे बड़ी उपलब्धि है।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने कहा कि यह प्रदर्शनी छात्र-छात्राओं की बौद्धिक कुशलता तथा कई दिनों की मेहनत का सुफल है। श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं की रचनात्मकता, नवाचार और कड़ी मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्र-छात्राओं के रचनात्मक विचारों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है तथा उनकी रचनात्मक प्रतिभा का भी मूल्यांकन होता है। श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट मॉडल तैयार करने तथा विजेता-उपविजेता का पारितोषिक हासिल करने के लिए बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रदर्शनी की इस सफलता में विज्ञान संकाय के शिक्षकों की अहम भूमिका रही।

चित्र कैप्शनः विज्ञान प्रदर्शनी में अपने-अपने मॉडलों की खूबियां बताते हुए छात्र-छात्राएं।  

 

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