स्पोर्ट्स अचीवर्स अवॉर्ड से नवाजे गए उत्कृष्ट खिलाड़ी और प्रशिक्षक

खेल और शिक्षा अच्छा नागरिक बनने में मददगारः विश्वास सारंग

खेल प्रोत्साहन में आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह का सराहनीय प्रयास

खेलपथ संवाद

भोपाल। आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह द्वारा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गरिमामय समारोह में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को “स्पोर्ट्स अचीवर्स अवॉर्ड 2025” से सम्मानित किया गया। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और कहा कि मध्य प्रदेश सरकार खेल और खिलाड़ियों के उत्थान को प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर दो अलग-अलग खेलों (हॉकी 1975 और क्रिकेट 1983) के विश्व विजेता अशोक ध्यानचंद, मदनलाल शर्मा तथा रायसेन के जिला खेल अधिकारी जलज चतुर्वेदी, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति और आईसेक्ट समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कुलगुरू डॉ. विजय सिंह, रबीन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी की प्रो. चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, कुलगुरू डॉ. आरपी दुबे, कुलसचिव डॉ संगीता जौहरी और एसीएसयू के कुलसचिव डॉ. सितेश सिन्हा ने करतल ध्वनि के बीच खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।

सम्मान समारोह में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत 88 खिलाड़ियों और 11 कोचेज को पुरस्कार राशि एवं स्मृति चिह्न प्रदान गये। इनमें हॉकी, जूडो, पैरालम्पिक, शूटिंग, बॉक्सिंग, सेलिंग, कयाकिंग केनोइंग, रेसलिंग, रोइंग, मल्लखम्ब, कराटे, वुशु, एथलेटिक्स, फेंसिंग, ग्रैपलिंग इत्यादि खेलों के खिलाड़ी शामिल रहे।

मुख्य अतिथि विश्वास सारंग ने प्लेयर्स को बधाई देते हुए खेलों को प्रोत्साहित करने के आईसेक्ट समूह के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि एक अच्छा नागरिक बनने में बेहतर शिक्षा और सकारात्मक खेलभावना का बड़ा योगदान होता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार एक युवा ने उनसे संन्यास लेने की बात कही तो विवेकानंद ने उसे फुटबॉल खेलने और स्वयं एवं राष्ट्र को सशक्त बनाने की सीख दी थी। आगे उन्होंने कहा कि आज देश में खेल का सकारात्मक माहौल है। प्लेयर्स की सहायता के लिए बड़ी संख्या में योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्राइवेट सेक्टर भी आगे आकर पहल कर रहा है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी खेल प्रतिस्पर्धाओं के खिलाड़ियों से स्वयं बात करके उन्हें प्रोत्साहित करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में आम नागरिकों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे आगे आकर अपने आसपास खेलों से जुड़ने के लिए सभी को प्रोत्साहित करें।

इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और आईसेक्ट विश्वविद्यालयों द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स इकोसिस्टम को तैयार करने के लिए क्रिकेट एकेडमी की शुरुआत की जा चुकी और फुटबाल एवं बैडमिंटन एकेडमीज को भी शुरू किया जाएगा। इसके अलावा स्पोर्ट्स टूर्नामेंट का आयोजन, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट एवं न्यूट्रिशन से संबंधित कोर्सेज की शुरुआत और खेलों में शोध को बढ़ावा देना और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उत्कृष्ट प्लेयर्स को सहायता प्रदान करने के प्रयास किए जाएंगे।

इस अवसर पर अशोक ध्यानचंद ने अपने हॉकी करियर को संक्षिप्त रूप में साझा करते हुए प्लेयर्स को प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने अपने पिता मेजर ध्यानचंद के किस्से और अपने पहले गोल्ड जीतने का किस्सा सुनाया। एक अन्य विश्व विजेता मदनलाल शर्मा ने खिलाड़ियों को सफलता के लिए इंटेंसिटी के साथ हार्डवर्क और स्मार्टवर्क करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्लेयर को साल दर साल स्वयं को बेहतर करना चाहिए तभी वह बड़े स्तर पर परफॉर्म कर सकता है। उन्होंने प्लेयर के जीवन में प्रोसेस के महत्व को रेखांकित किया क्योंकि इसी के जरिए लगातार प्लेयर बेहतर होता जाता है।

10 खेलों के 88 प्लेयर्स हुए सम्मानित

सम्मानित होने वाले प्रमुख खिलाड़ीः हॉकी के अंकित पाल, अदिति महेश्वरी, करमनप्रीत कौर (प्रत्येक को राशि 15000); जूडों की हिमांशी टोकस और श्रद्धा चोपड़े (प्रत्येक को 15,000), पवित्र भटेले और श्रुति उनियाल (प्रत्येक को 10000); पैरा एथलीट लक्ष्मी को राशि 15000; शूटिंग में वंशिका तिवारी को 25000, मानसी रघुवंशी को 20000, श्रेष्ठ सिसोदिया को 10000, मोहिका सिसोदिया को 10000, एसजीएसयू की कराटे प्लेयर आकांक्षा सोलंकी को 15000; बॉक्सिंग में मलिका मोर को 10000; सेलिंग में अजय यादव और विद्यांशी मिश्रा (प्रत्येक को 10000), नन्हे राजा बुंदेला को 15000; कयाकिंग में डाली बिश्नोई को 10000; रेसलिंग में प्रियांशी प्रजापति को 15000; वुशू में श्रेया गुप्ता को 10000; एथलेटिक्स में एकता डे को 15000; रोइंग में अमन सिंह को 26000, अरविंद सिंह गुर्जर, वेदांश टेहरिया (प्रत्येक को 20000), अक्षय यादव को 16000, हरिओम ठाकुर को 13000, बंटी सेंधव, राघव सरन, प्रयास, धीरज वर्मा (प्रत्येक को 10000); मलखंब में प्रणव कोरी को 30,000, पंकज गरगामा को 23000, पायल मांडवलिया, सपना माली, संजना, अनुसुइया, राजनंदनी, सोनू मांडवलिया (प्रत्येक को 13000), उत्कर्ष पांडे, आदित्य गेहलोत, विश्नेश सुगंधी, यश ममोडिया (प्रत्येक को 10000); कराते में अनुज गोस्वामी को 25000, कल्याणी विश्वकर्मा को 21000, प्रिंस राठौर, रोहित कुमार (प्रत्येक को 10000) पुरस्कार राशि एवं स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। वहीं कोचेस में आकांक्षा परमार (हॉकी वूमेंस), अमित विग (जूड़ो वूमन), इंद्रजीत सिकदर (शूटिंग), रोशनलाल (बॉक्सिंग), महा सिंह (रेसलिंग मेंस), दलवीर (रोइंग मेंस), भरत बढ़ेवाल (मलखंब), भूपेंद्र सिंह चौहान (फेंसिंग) प्रत्येक को 10000। वहीं पलाश समाधिया (कराते) और रूद्र प्रताप सिंह चौहान (वुशू) को 10-10 हजार रुपये की पुरस्कार राशि और स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।

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