जश्न नहीं, जिंदगी की कीमत समझिएः कपिल देव

मैं कभी रोड शो का समर्थक नहीं थाः गौतम गम्भीर

खेलपथ संवाद

बेंगलुरु। महान ऑलराउंडर कपिल देव ने आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान 11 प्रशंसकों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ‘जिंदगी जश्न से ज्यादा महत्वपूर्ण है’। सभी को भविष्य में उचित सावधानी बरतने की सलाह दी।

बुधवार को अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के आस-पास के इलाकों में करीब ढाई लाख लोग उमड़ पड़े। इसके बाद मची अफरातफरी में 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई अन्य घायल हो गए। एक कारपोरेट कार्यक्रम के मौके पर कपिल ने कहा कि मुझे इस बात का बहुत बुरा लग रहा है। मुझे लगता है कि हमें एक-दूसरे से सीखना चाहिए।

अगली बार जब ऐसा कुछ (विजय परेड) होगा तो लोगों को अधिक सचेत रहना चाहिए। लोग गलती करते हैं। भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान ने टीमों और अन्य हितधारकों से इस तरह के बड़े कार्यक्रमों के दौरान विवेक बनाए रखने का आग्रह किया। कपिल ने कहा कि गलतियां इतनी बड़ी नहीं होनी चाहिए कि आप मौज-मस्ती कर रहे हों और जान गंवा बैठें। भविष्य में अगर कोई टीम जीतती है तो उसे धैर्य रखना चाहिए। जश्न से ज्यादा जान की अहमियत है। इसे इस तरह से समझा जा सकता है।

कपिल ने उम्मीद जताई कि भारत इंग्लैंड के 5 मैचों के आगामी टेस्ट दौरे में विजयी होगा। उन्होंने कहा कि वे एक अच्छी टीम हैं। क्रिकेट एक टीम खेल है और अगर वे एक टीम के रूप में खेलते हैं तो उन्हें अच्छे परिणाम मिलेंगे। चाहे वह शुभमन गिल हो या जसप्रीत बुमराह यह व्यक्तिगत खिलाड़ियों के बारे में नहीं है, एक टीम के रूप में खेलना है। यह अधिक महत्वपूर्ण है।

मैं कभी रोड शो का समर्थक नहीं थाः गौतम गम्भीर

मुंबई। भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल खिताबी जीत के समारोह के आयोजन में शामिल सभी लोगों की कड़ी आलोचना की। इस समारोह के दौरान मची भगदड़ के कारण 11 प्रशंसकों की मौत हो गई थी।

कोलकाता में दो आईपीएल खिताब जीतने वाले समारोहों और भारत के 2007 टी20 विश्व कप जीतने के अभियान का हिस्सा रहे गंभीर ने सभी से ‘जिम्मेदार नागरिक’ बनने और लोगों के इसके लिए तैयार नहीं होने की स्थिति में ऐसे समारोह का आयोजन नहीं करने का आग्रह किया। इंग्लैंड दौरे के लिए टीम के रवाना होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस के दौरान गंभीर ने कहा कि मैं कभी रोड शो के पक्ष में नहीं था।

यहां तक ​2007 में भी मैं इसके पक्ष में नहीं था। इसे बंद दरवाजे के पीछे या स्टेडियम में करें। मुझे उम्मीद है आगे ऐसा कुछ नहीं होगा। गंभीर ने इस पर टिप्पणी नहीं की कि इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं या क्या पिछले कुछ वर्षों में प्रशंसकों की प्रकृति बदल गई है।

भारत के मुख्य कोच ने कहा कि हमें हर पहलू में जिम्मेदार नागरिक होने की जरूरत है, चाहे वह फ्रेंचाइजी हो या नहीं। अगर हम रोड शो करने के लिए तैयार नहीं थे तो हमें ऐसा नहीं करना चाहिए था। आप 11 लोगों को नहीं खो सकते।

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