खेलो इंडिया यूथ गेम्स का नौवां दिन रहा रिकॉर्डों के नाम

बिहार की अलका सिंह ने शॉटपुट में जीता स्वर्ण पदक

खेलपथ संवाद

पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में वेटलिफ्टरों ने लगातार नए कीर्तिमान बनाए। सोमवार को बिहार में चल रहे सातवें संस्करण के नौवें दिन नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट (पटियाला) के प्रशिक्षु सैराज परदेशी ने राजगीर में 81 किलोग्राम वर्ग में तीन युवा राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता। हरियाणा की तमन्ना ने भी 10वां युवा रिकॉर्ड बनाकर दिन का शानदार समापन किया। तो मेजबान बिहार की बिटिया ने सबसे दूर गोला फेंककर बिहार को चौथा स्वर्ण पदक दिलाया।

मेजबान बिहार के लिए बीती शाम खास रही जब अलका सिंह ने अंडर-18 शॉटपुट में 14.73 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। यह बिहार का खेलो इंडिया यूथ गेम्स में चौथा स्वर्ण था। अलका की इस उपलब्धि से बिहार पदक तालिका में 13वें स्थान पर पहुंच गया है।

पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एथलेटिक्स प्रतियोगिता का पहला दिन था और शुरुआत शानदार रही। चार मीट रिकॉर्ड बने, जोकि सभी लड़कों के नाम रहे। तमिलनाडु के जितिन अर्जुनन ने लम्बी कूद में 7.65 मीटर की छलांग लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया, जो 2022 में दिल्ली के आर्यन चौधरी का 7.42 मीटर था। उत्तर प्रदेश के कादिर खान ने 400 मीटर बालकों की हीट में 47.67 सेकेंड में दौड़ पूरी कर नया मीट रिकॉर्ड बनाया, जो पहले केरल के अब्दुल रज्जाक (48.34 सेकेड, पुणे 2019) के नाम था। शाम के कार्यक्रम में दो और रिकॉर्ड बने-राजस्थान के हंसराज धायल ने डिस्कस थ्रो में 63.18 मीटर और महाराष्ट्र के सैफ फारूक चाफेई ने 110 मीटर बाधा दौड़ में 13.48 सेकेंड का नया मीट रिकॉर्ड बनाया।

वेटलिफ्टिंग में महाराष्ट्र का दबदबा

महाराष्ट्र के सैराज परदेशी ने 81 किलोग्राम वर्ग में स्नैच (140 किलोग्राम), क्लीन एंड जर्क (172 किलोग्राम) और कुल वजन (312 किलोग्राम) में रिकॉर्ड तोड़े। आंध्र प्रदेश के एम. तरुण (287 किलोग्राम) और उत्तर प्रदेश के आयुष राणा (264 किलोग्राम) उनसे पीछे रहे। पदकतालिका में शीर्ष पर चल रहे महाराष्ट्र के 36 स्वर्ण पदकों में से पांच वेटलिफ्टिंग से आए हैं। तैराकी (सात) और तीरंदाजी (छह) ने भी अहम योगदान दिया है। कर्नाटक, राजस्थान क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं, हरियाणा चौथे स्थान पर है।

केरल की छलांग, जम्मू-कश्मीर की वापसी

केरल ने सोमवार को कलरिपयट्टू में तीनों स्वर्ण जीतकर कुल आठ स्वर्ण के साथ छठे स्थान पर छलांग लगाई। वह मध्य प्रदेश से एक पदक पीछे है। जम्मू-कश्मीर ने 2021 के बाद पहली बार कलरिपयट्टू में पदक (बालक चुवाडुकल व्यक्तिगत स्पर्धा में नितिन कुमार को कांस्य) जीता। यह बिहार में हो रहे खेलों में उनका दूसरा पदक है, पहला स्वर्ण वॉलीबॉल में मिला था। गया के आईआईएम कैंपस में कांस्य जीतने के बाद नितिन ने कहा – मैं बहुत खुश हूं। मैंने इसके लिए रोज़ चार-पांच घंटे कड़ी मेहनत की। कोच दानिश ने भी मेरे साथ बहुत मेहनत की। मुझे खुशी है कि इसका फल मिला।

रिलेटेड पोस्ट्स