क्रिकेट,
रोहित शर्मा को 20-25 ओवर तक खेलना चाहिएः सुनील गावस्कर

चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय टीम में बदलाव की जरूरत नहीं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारत ने अब तक अपने चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 अभियान में अपने सभी मैच जीते हैं। टीम ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंची और अंतिम चार के मुकाबले में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी। भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा है कि लगातार जीत के बावजूद कई स्थान हैं जहां टीम अब भी सुधार कर सकती है।
सनी ने कहा कि भारत ने बीच के ओवरों में रन तो रोके हैं लेकिन ज्यादा विकेट लेने में कामयाब नहीं हो सकी है। साथ ही उन्होंने शुरुआती विकेट के लिए बड़ी साझेदारी नहीं होने की ओर भी इशारा किया। उन्होंने पहले 10 ओवरों में तेज गेंदबाजों से नई गेंद से अधिक विकेट की भी मांग की।
गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा, 'जब आप भारतीय सलामी बल्लेबाजों को देखो तो उन्होंने भारतीय टीम को वैसी शुरुआत नहीं दी जैसी उनसे उम्मीद की गई थी। मुझे लगता है कि इसमें एक कमी है। नई गेंद के साथ भी आप पहले 10 ओवरों में ज्यादा से ज्यादा विकेट लेना चाहेंगे। आप निश्चित रूप से दो या तीन विकेट लेना चाहते हैं। यह भी नहीं हो रहा है। बीच के ओवरों में हमें विकेट नहीं मिले, भले ही रन रुक रहे हों। इन क्षेत्रों में बेहतर होने पर फाइनल में जाने और जीतने की संभावना बेहतर होती है।'
गावस्कर का यह भी मानना है कि भारत को फाइनल में अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए और चार स्पिनरों को खिलाने के फॉर्मूले पर टिके रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव दोनों के शामिल होने से भारत के आक्रमण को मजबूती मिली है और उन्हें विजयी संयोजन के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि चार स्पिनर होंगे। कुलदीप के समावेश ने दिखाया है कि वे कितने प्रभावी हो सकते हैं।'
गावस्कर ने रोहित को सलाह दी कि वे टीम को तेज शुरुआत प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय लम्बे समय तक बल्लेबाजी करें। चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर भारत की जीत के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर ने रोहित के दृष्टिकोण का बचाव किया और कहा कि स्टार बल्लेबाज को उनके इम्पैक्ट पर आंका जाता है, न कि उनके नंबरों पर। गावस्कर हालांकि इस टिप्पणी से प्रभावित नहीं हुए और उन्होंने कहा कि अगर रोहित जैसा बल्लेबाज 25-30 ओवर तक क्रीज पर टिकता है तो वह खेल को विरोधियों से दूर ले जाएगा और इसे भी अपने गेमप्ले में शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जिसका वह पिछले दो साल से पालन कर रहे हैं। इसकी शुरुआत भारत में विश्व कप से हुई और वह इस फॉर्मूले पर कायम हैं। उन्हें कुछ सफलता मिली है, हालांकि शायद उतनी नहीं जितनी उम्मीद थी। वह अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जिनके पास कई तरह के शॉट हैं जो खेल में कई अन्य लोगों के पास नहीं हैं।' गावस्कर ने कहा, 'रोहित 25 ओवर भी बल्लेबाजी करते हैं तो भारत 180-200 के आसपास होगा। कल्पना कीजिए कि अगर उन्होंने तब तक केवल कुछ विकेट गंवाए हों। जरा सोचिए कि वे क्या कर सकते हैं! वह भारत के स्कोर को 350 या उसके पार पहुंचा सकते हैं।' गावस्कर ने कहा कि रोहित को 25-30 रन बनाकर खुश नहीं होना चाहिए और उनकी टीम के लिए उनका प्रभाव कहीं अधिक होना चाहिए।
'रोहित 25-30 ओवर तक बल्लेबाजी करें'
उन्होंने कहा, 'उन्हें इस पर भी विचार करने की जरूरत है। मैदान पर उतरकर आक्रामक खेलना एक बात है, लेकिन खुद को 25-30 ओवर तक बल्लेबाजी का मौका देने के लिए कहीं न कहीं विवेक होना चाहिए। अगर वह ऐसा करते हैं तो वह खेल को विपक्षी टीम से दूर ले जाएंगे। इस तरह का प्रभाव मैच जिताने वाला होता है। मैं जानना चाहता हूं कि एक बल्लेबाज के रूप में, क्या आप 25-30 रन बनाकर खुश हैं? आपको नहीं होना चाहिए! इसलिए मैं उनसे यही कहूंगा, टीम पर आपका प्रभाव और भी अधिक होगा यदि आप सिर्फ सात, आठ या नौ ओवर के बजाय 25 ओवर तक बल्लेबाजी करें तो।'