शिक्षा में खेलोन्मुखी पाठ्यक्रम बनाया जाना जरूरीः बाइचुंग भूटिया

दिग्गज फुटबॉलर ने कहा- खेलों को मिले शिक्षा में तरजीह
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने देश की शिक्षा प्रणाली में बदलाव की मांग की है। उनका मानना है कि भविष्य में विश्व चैम्पियन तैयार करने के लिए खेलोन्मुखी पाठ्यक्रम बनाया जाना जरूरी है। विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद और राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भूटिया ने इस पर चिंता जताई कि देश की मौजूदा शिक्षा नीतियों में खेलों को उतनी तरजीह नहीं दी गई है जिससे विश्व स्तरीय खिलाड़ी उतने नहीं निकल पा रहे।
भूटिया ने कहा- मेरा मानना है कि शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनानी चाहिए जो खेल नीतियों को बढ़ावा दे। हर बच्चे को डॉक्टर, इंजीनियर बनने और पढाई में अच्छा करने के लिये कहा जाता है लेकिन खेलने की बात कोई नहीं कहता। देश में खेलों की अनुकूल व्यवस्था बननी चाहिये ताकि देश से और विश्व चैम्पियन निकल सकें।
खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान भूटिया ने कहा, खेल मंत्री और शिक्षामंत्री को मिलकर इस पर बात करनी चाहिये और यह सुनिश्चित करना चाहिये कि खेल पाठ्यक्रम के प्रमुख विषयों में से एक हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में भारत सरकार ने विकसित भारत को लेकर यह अच्छी पहल की है और इस पर बात करके अच्छा लगा कि खेल देश को कैसे आगे ले जा सकते हैं।

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