यशस्वी जायसवाल ने घरेलू जमीन पर हासिल की खास उपलब्धि
अपनी पट्टियों पर टेस्ट में रन बनाने के मामले में गुंडप्पा विश्वनाथ को पीछे छोड़ा
खेलपथ संवाद
पुणे। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अन्य भारतीय बल्लेबाजों का बल्ला जहां खामोश रहा, वहीं सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में शानदार अर्धशतकीय पारी खेली और टेस्ट क्रिकेट में अपनी सरजमीं पर एक कलेंडर वर्ष में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए।
न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 359 रनों का लक्ष्य रखा था। जवाब में यशस्वी ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई थी और अपने टेस्ट करियर का आठवां अर्धशतक जड़ा था। जब तक यशस्वी क्रीज पर थे, भारत की जीत की उम्मीद बनी हुई थी। हालांकि, मिचेल सैंटनर ने यशस्वी को आउट कर भारत को झटका दिया था। यशस्वी भले ही टीम को यह मैच नहीं जिता सके, लेकिन उन्होंने घरेलू जमीन पर एक कैलेंडर वर्ष में 1000 रन पूरे कर लिए।
यशस्वी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 30 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में 77 रन बनाए। उन्होंने 1315 गेंदों में एक कैलेंडर वर्ष में टेस्ट में 1000 रन पूरे किए। 22 वर्षीय यशस्वी इसके साथ ही ऐसा करने वाले सबसे युवा भारतीय बन गए। उन्होंने इस मामले में दिलीप वेंगसरकर को पीछे छोड़ा जिन्होंने 1979 में 23 साल की उम्र में 1000 रन पूरे किए थे।
यशस्वी इसके साथ ही टेस्ट में एक कैलेंडर वर्ष में घरेलू जमीन पर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में भारत के पूर्व बल्लेबाज गुंडप्पा विश्वनाथ को पीछे छोड़ दिया है जिन्होंने 1979 में घर में एक कैलेंडर वर्ष में 1047 रन बनाए थे। यशस्वी इस मामले में पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली से भी आगे निकल गए हैं जिन्होंने 2016 में 964 रन और 2017 में 898 रन बनाए थे।
मालूम हो कि, अब तक बहुत कम खिलाड़ी एक कैलेंडर वर्ष में घरेलू टेस्ट मैचों में 1000+ रन बनाने में कामयाब हुए हैं। घरेलू मैदान पर खेले गए टेस्ट मैचों में एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के नाम है, जिन्होंने 2012 में कुल 1407 रन बनाए थे। उनके बाद पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ है, जिन्होंने 2006 में 1126 रन बनाए थे।