बीसीसीआई पर भड़के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर

रणजी ट्रॉफी को प्राथमिकता नहीं देने पर जताई नाराजगी
खेलपथ संवाद
मुम्बई।
भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने लाल गेंद के अपने प्रमुख घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी को प्राथमिकता नहीं देने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की आलोचना की है। रणजी ट्रॉफी का 90वां संस्करण जारी है जिसमें कई युवा खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। गावस्कर ने इस टूर्नामेंट के प्रति बीसीसीआई के रवैये पर राय रखी। 
भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नवंबर के शुरुआत में चार मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है जिस कारण वह रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। गावस्कर ने साथ ही कहा कि कुछ खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएंगे जहां वे भारत ए टीम का हिस्सा होंगे जिस कारण इस टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं हो सकेंगे। गावस्कर ने एक कॉलम में लिखा, ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले अगले महीने गैरजरूरी दक्षिण अफ्रीका का दौरा होगा जहां टीम चार मैचों की टी20 सीरीज खेलेगी। इसके अलावा भारत की ए टीम भी ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाएगी। इससे 50-60 खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी के लिए अपनी राज्यों की टीम में नहीं उपलब्ध होंगे। 
कोई भी अन्य प्रमुख देश अपने राष्ट्रीय टूर्नामेंट को भारत जितना निडरता से नहीं लेते है। क्या आपने देखा है कि इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू टूर्नामेंट के दौरान ए टीम के दौरे या अन्य कोई टूर्नामेंट रखा हो? जब से आईपीएल आया है रणजी ट्रॉफी का प्रभाव कम हो गया है। उम्मीद है कि अगले सत्र से इसमें बदलाव आएगा या यह ऐसा है कि हम ज्यादा ही उम्मीद कर रहे हैं। 
भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आठ नवंबर से चार मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है। इसके लिए कई युवा खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में अपनी राज्य की टीम का साथ छोड़ना होगा। इसके बाद टीम 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज खेलेगी जिसमें सीनियर खिलाड़ी शामिल होंगे।

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