भारतीय बेटियां टी20 विश्व कप जीतने को तैयार
आज से 10 टीमों में होगी दुनिया जीतने की होड़
खेलपथ संवाद
दुबई। महिला टी-20 विश्व कप का रोमांच आज से सिर चढ़कर बोलने वाला है। देखने वाली बात यह होगी कि यूएई में शुरू हो रहे इस विश्व कप में नया विजेता मिलेगा या फिर पिछले तीन बार से विजेता ऑस्ट्रेलिया का दबदबा ही जारी रहेगा। अभी तक हुए कुल आठ टी20 विश्व कप में छह बार ऑस्ट्रेलिया और एक-एक बार इंग्लैंड, वेस्टइंडीज ही विजेता बने हैं। भारत समेत अन्य कोई देश अब तक टी-20 चैम्पियन नहीं बना है। हालांकि इस बार ऑस्ट्रेलिया की राह आसान नहीं मानी जा रही है। उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती भारतीय टीम से निपटना होगी।
दोनों अभ्यास मुकाबले आसानी से जीतकर हरमनप्रीत कौर की टीम ने इस विश्व कप के लिए अपना दावा मजबूती से रख दिया है। भारतीय टीम सिर्फ एक बार 2020 में टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची है, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया से ही हार का सामना करना पड़ा था। दुबई और शारजाह में विश्व कप के मैच होने के कारण भारत को इस बार विश्व कप में प्रबल दावेदार माना जा रहा है। यहां की पिचें स्पिनरों की मददगार हैं और भारत के पास दुनिया का श्रेष्ठ स्पिनर आक्रमण है।
यह टूर्नामेंट बांग्लादेश में होना था, लेकिन वहां के घरेलू हालात के कारण आईसीसी ने इसे अंतिम क्षणों में यूएई में कराने का फैसला लिया। हाल के दिनों में अगर किसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा परेशान किया है तो वह भारत है। हालांकि हरमनप्रीत कौर की टीम को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों और 2020 के विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार मिली, लेकिन इस बार स्पिनरों की मदद करने वाली पिचों के चलते भारत ऑस्ट्रेलिया को परेशान कर सकता है। भारतीय टीम के पास अब अनुभव की कमी नहीं है। हरमनप्रीत कौर विश्व कप में 35, स्मृति मंधाना 21, दीप्ति शर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स 15-15 टी-20 विश्व कप मैच खेल चुकी हैं। इनके अलावा विस्फोटक रिचा घोष, शैफाली वर्मा को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
दांव पर होगी हरमनप्रीत की कप्तानी
भारतीय टीम का नकारात्मक पक्ष, उसका हाल के समय में ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलना है। टी-20 एशिया कप के फाइनल में भी उसे श्रीलंका के हाथों आठ विकेट से हार मिली थी। हरमनप्रीत कौर के लिए यह टूर्नामेंट बेहद महत्वपूर्ण है। अगर यहां वह टीम को विजेता नहीं बना पाती हैं तो उनकी कप्तानी भी खतरे में पड़ सकती है। वह 2018 टी-20 विश्व कप से टीम की कप्तानी करती आ रही हैं। पिछले तीन टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम एक बार फाइनल में और दो बार सेमीफाइनल में पहुंची है।
एक ही ग्रुप में हैं भारत-ऑस्ट्रेलिया
इस विश्व कप में भारत और ऑस्ट्रेलिया एक ही ग्रुप ए में हैं। ऑस्ट्रेलिया ऐसी टीम होगी, जिसे हराना किसी भी टीम के लिए चुनौती होगा। एलीसा हीली की कप्तानी में खेल रही ऑस्ट्रेलिया के पास एलिसे पैरी, ऐश्ले गार्डनर, ग्रेस हैरिस जैसी स्तरीय ऑलराउंडर हैं। उनके पास तायला व्लेमिंक और डॉर्सी ब्राउन जैसी तेज गेंदबाज भी हैं। ग्रुप ए में मजबूत टीम हैं। श्रीलंका, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान भी किसी को हराने का दम रखती हैं। दोनों ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल के लिए प्रवेश करेंगी। ग्रुप बी में इंग्लैंड को मजबूत माना जा रहा है। उनके पास नेट शिवर ब्रंट जैसी हरफनमौला और सोफी एक्लेस्टेन, चार्ली डीन, साराह ग्लेन जैसी स्पिनर भी हैं। इंग्लैंड एशेज में ऑस्ट्रेलिया को हराकर उत्साहित भी है।
स्मृति मंधाना ने कहा, 'विश्व कप में हर मैच महत्वपूर्ण है, इसके लिए आपको अपना सौ प्रतिशत देना होगा। न्यूजीलैंड और श्रीलंका मजबूत टीमें हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ऐसी टीम है, जिसके खिलाफ गलती करने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता है। उन पर विजय पाने के लिए आपको उस दिन अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। ऑस्ट्रेलिया का सामना करते समय हमेशा जोश बना रहता है, क्योंकि यह एक बहुत अच्छी टीम है और उन्हें हराना बड़ी चुनौती है। भारत-पाकिस्तान मैच में भावनाएं कुछ ज्यादा हावी होंगी।'
ग्रुप ए : भारत, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड
ग्रुप बी : इंग्लैंड, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, स्कॉटलैंड