‘धमकी भरे पत्रों’ से आईओए में मचा घमासान
आज ओलम्पिक में हुए अतिरिक्त खर्चों पर होगी चर्चा
अधिकांश कार्यकारिणी सदस्य अध्यक्ष पीटी ऊषा से नाराज
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। पत्र-पत्र के खेल से भारतीय ओलम्पिक संघ में घमासान छिड़ गया है। कुछ कार्यकारिणी सदस्य भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा की कार्यशैली से खासे नाराज हैं। आज आईओए की होने वाली कार्यकारी परिषद की बैठक में तय बिंदुओं से हटकर कुछ अन्य बिंदुओं पर बवाल मच सकता है।
भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) की बृहस्पतिवार को होने वाली कार्यकारी परिषद की बैठक में काफी गहमागहमी रहने की उम्मीद है क्योंकि इसके सदस्यों ने एजेंडे में विवादास्पद मुद्दों को भी जोड़ा है जिसमें अध्यक्ष पीटी ऊषा द्वारा उन्हें जारी कथित ‘धमकी भरे पत्र’ भी शामिल हैं। यह बैठक पीटी ऊषा और आईओए कोषाध्यक्ष सहदेव यादव के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हो रही है।
मंगलवार को सहदेव यादव ने अपनी छवि को ‘बदनाम’ करने के लिए पीटी ऊषा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी क्योंकि उन्होंने पद पर बने रहने की उनकी योग्यता को चुनौती देने वाली शिकायत के आधार पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कार्यकारी परिषद द्वारा जोड़े गए 14 बिंदुओं के एजेंडा में ‘अध्यक्ष द्वारा कार्यकारी समिति के सदस्यों को समय-समय पर जारी किए गए अवैध और धमकी भरे पत्रों’ पर चर्चा शामिल है।
अध्यक्ष से संबंधित दो अन्य मुद्दों के अनुसार परिषद ‘आईओए संविधान के तहत अध्यक्ष की शक्तियों के दायरे पर चर्चा और विचार-विमर्श करेगी तथा अध्यक्ष के आचरण की रिपोर्ट आईओए नैतिकता आयोग को देने की आवश्यकता पर निर्णय लेगी।’ बैठक के बारे में आधिकारिक संवाद परिषद के 12 सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से जारी किया गया है जिसमें वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय पटेल, उपाध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव, उपाध्यक्ष और पूर्व ओलम्पिक पदक विजेता गगन नारंग, सदस्य और पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त आदि शामिल हैं। जिन सदस्यों ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए उनमें मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम और टेबल टेनिस खिलाड़ी एशरत कमल शामिल हैं जो आईओए खिलाड़ी आयोग में हैं।
हाल ही में पेरिस ओलम्पिक से संबंधित मुद्दे भी बैठक का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे। इनमें ओलम्पिक का प्रायोजन विवरण, पेरिस में किए गए ’अतिरिक्त व्यय’ शामिल हैं जिसमें आईओए के कथित खर्चे पर अध्यक्ष के कमरे को अपग्रेड करना भी शामिल है। एक अन्य चर्चा नवम्बर 2022 में उत्कृष्ट योग्यता वाले खिलाड़ियों (एसओएम) के चयन के लिए अपनाई गई प्रक्रिया और निर्वाचित पदों के लिए आईओए के चुनाव में उनकी भागीदारी से संबंधित होगी। खिलाड़ी आयोग ने उस समय आठ एसओएम चुने थे जिनमें पीटी ऊषा, योगेश्वर दत्त, एमएम सोमाया (हॉकी), रोहित राजपाल (टेनिस), अखिल कुमार (मुक्केबाजी), शुमा सिरुर (निशानेबाजी), अपर्णा पोपट (बैडमिंटन) और डोला बनर्जी (तीरंदाजी) शामिल थे।
बैठक में चर्चा के लिए रखे जाने वाले अन्य एजेंडा बिंदु:
“उत्कृष्ट योग्यता वाले खिलाड़ियों के चयन के लिए अपनाई गई चयन प्रक्रिया और निर्वाचित पदों के लिए आईओए के चुनाव में उनकी भागीदारी के मुद्दे पर चर्चा करें, जैसा कि सुनन कौशिक द्वारा 10-12-2022 को भेजे गए पत्र में कहा गया है। “कार्यकारी समिति के सदस्यों को समय-समय पर अध्यक्ष द्वारा जारी किए गए अवैध और धमकी भरे पत्रों पर चर्चा करें। कार्यकारी परिषद के सदस्यों द्वारा आईओए प्रमुख पीटी ऊषा को संयुक्त रूप से जारी किए गए पत्र में कहा गया है, “संविधान के तहत अध्यक्ष की शक्तियों के दायरे पर चर्चा और विचार-विमर्श करें।”
“अय्यर और अजय नारंग जैसे कुछ व्यक्तियों और अनधिकृत व्यक्तियों को अवैध रूप से पास जारी करने का मुद्दा, भले ही वे आईओए संविधान के अनुसार किसी अधिकृत पद पर न हों। “आईओए के नैतिक आयोग को अध्यक्ष के आचरण की रिपोर्ट करने की आवश्यकता। आईओए के आधिकारिक पत्राचारों के मीडिया में लीक होने की जांच शुरू करना।” इसमें कहा गया, “पेरिस ओलम्पिक में विभिन्न लोगों को जारी किए गए मान्यता पत्रों की सूची को संज्ञान में लाना, जिसमें विभिन्न पास और आमंत्रण शामिल हैं। स्की और स्नोबोर्ड की तदर्थ समिति के अवैध निर्माण का मामला। आईओए भवन में अनधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश।”