नीरज चोपड़ा को लेकर सवाल पर नाराज हुईं सुमेधा भाकर

मीडिया से बातचीत को बीच में ही छोड़कर चली गईं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
मनु भाकर के लिए पेरिस ओलंपिक 2024 बेहद सफल रहा। इस पिस्टल शूटर ने दो कांस्य पदक जीते और एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बन गईं। एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और विश्व चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन के लिए पहले से ही एक जाना माना नाम मनु भाकर से अब अगले वैश्विक आयोजनों में भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। उनके इस प्रदर्शन से उनके घर वाले भी काफी खुश हैं। कई जगह मनु को सम्मानित भी किया गया है। इस दौरान मां सुमेधा भाकर भी उनके साथ रहीं। हालांकि, अब कुछ ऐसी घटना घटी है, जिसने सुमेधा को नाराज कर दिया।
दरअसल, ओलंपिक के बाद से मनु भाकर की वाहवाही लूटी जा रही है। हालांकि, उन्हें कुछ मुश्किल सवालों का भी सामना करना पड़ा है। मनु का नाम कुछ समय पहले पेरिस ओलंपिक रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा से जोड़ा जा रहा था। हालांकि, उनके परिवार से इसका खंडन आ चुका है। मंगलवार को मनु भाकर चेन्नई में एक इवेंट में शामिल हुईं, जहां भीड़ ने उनका हौसला बढ़ाया। स्पोर्टस्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकारों के कुछ सवाल थे, जिसने उन्हें और उनकी मां सुमेधा को असहज कर दिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यक्रम के अंत के दौरान, एक रिपोर्टर ने पूछा: 'विनेश का निर्णय राजनीति से प्रेरित था। आपकी क्या राय है?' इससे पहले कि मनु जवाब दे पातीं, उनकी मां से किसी ने सवाल पूछा, 'नीरज (चोपड़ा) के साथ आपकी क्या बातचीत हुई?' रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तरह के सवाल सुनकर मनु ने न सिर्फ कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि वह वहां से मां के साथ चली गईं।
पेरिस ओलंपिक खेलों में देश को दो कांस्य पदक दिलाने वाली मनु भाकर को मैदान के बाहर कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। कई ब्रांडों ने उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई देते हुए अवैध रूप से उनकी तस्वीरों का उपयोग किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मनु भाकर की टीम ने सुझाव दिया है कि जो लोग भारतीय निशानेबाज से औपचारिक रूप से जुड़े नहीं हैं, उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई विज्ञापन जारी करने का कोई अधिकार नहीं है।
आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के प्रबंध निदेशक नीरव तोमर ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया, 'लगभग दो दर्जन ब्रांड जो मनु से संबद्ध नहीं हैं, ने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरों के साथ बधाई विज्ञापन जारी किए हैं। यह अनधिकृत मोमेंट मार्केटिंग को दिखाता है और इन ब्रांडों को कानूनी नोटिस दिए जाएंगे।' मनु भाकर का मामला पहला और एकमात्र नहीं है, बल्कि पेरिस खेलों में कई अन्य भारतीय एथलीटों को भी गैर-संबद्ध ब्रांडों के साथ इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।बॉक्सर निकहत जरीन और बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी का प्रतिनिधित्व करने वाली फर्म बेसलाइन वेंचर्स के एक प्रवक्ता ने कहा, 'ब्रांड जो हमारे एथलीटों को प्रायोजित नहीं करते हैं, वे कानूनी रूप से विज्ञापनों में उनके चेहरे का उपयोग अपने प्रचार के लिए नहीं कर सकते हैं। अगर वे ऐसा करते हैं, तो हम सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे।'

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