अभिनव बिंद्रा ओलम्पिक ऑर्डर से सम्मानित

इंदिरा गांधी के बाद यह अवॉर्ड पाने वाले दूसरे भारतीय
खेलपथ संवाद
पेरिस।
भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलम्पिक आंदोलन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए शनिवार को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने ओलम्पिक ऑर्डर अवॉर्ड से सम्मानित किया। पेरिस में जारी 142वें आईओसी सत्र के दौरान उन्हें इस अवॉर्ड से नवाजा गया। उनसे पहले भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 1983 में इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 
बीजिंग 2008 ओलम्पिक खेलों में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल करके भारत के पहले ओलम्पिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बने बिंद्रा को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने सम्मानित किया। बिंद्रा ने कहा, जब मैं छोटा था तो ये ओलम्पिक रिंग्स ही थे, जिन्होंने मेरे जीवन को अर्थ दिया। आईओसी खिलाड़ी आयोग के उपाध्यक्ष बिंद्रा ने कहा कि यह पुरस्कार उन्हें और भी अधिक मेहनत करने और ओलम्पिक आंदोलन में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा, और दो दशक से अधिक समय तक अपने ओलम्पिक सपने को पूरा करने में सक्षम होना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर के बाद, ओलम्पिक आंदोलन में योगदान देने की कोशिश करना मेरे लिए बहुत बड़ा जुनून रहा है। यह मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है।
वर्ष 1975 में स्थापित ओलम्पिक ऑर्डर ओलम्पिक आंदोलन का सर्वोच्च पुरस्कार है। यह ओलम्पिक आंदोलन में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। बिंद्रा ने सिडनी 2000 से पांच ओलम्पिक में हिस्सा लिया। उन्होंने पहली बार एथेंस 2004 में अपनी छाप छोड़ी जब उन्होंने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में जगह बनाई। बीजिंग 2008 में उन्होंने चीन के गत चैम्पियन झू किनान को हराकर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने रियो 2016 में भी फाइनल में जगह बनाई लेकिन चौथे स्थान पर रहे। बिंद्रा 2018 से आईओसी खिलाड़ी आयोग का हिस्सा हैं।

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