इमाने खेलीफ का पदक पक्का, क्वार्टर फाइनल जीतते ही रो पड़ीं
क्वार्टर फाइनल में हंगरी की अना लुका हैमोरी को 5-0 से हराया
खेलपथ संवाद
पेरिस। विवादों में घिरी इमाने खेलीफ ने क्वार्टर फाइनल में हंगरी की अना लुका हैमोरी को 5-0 से हराकर अपने देश के लिए पदक पक्का कर लिया है। मुकाबला जीतने के बाद वह रो पड़ीं। हार के बाद इमाने खेलीफ की प्रतिद्वंद्वी अना लुका हैमोरी ने कहा कि उन्होंने खेलभावना से मुकाबला खेला और मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं।
पिछले साल लैंगिक जांच में जैविक रूप से पुरुष बताकर विश्व चैम्पियनशिप में अयोग्य घोषित कर दी गई अल्जीरिया की महिला मुक्केबाज इमाने खेलीफ सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं। ओलम्पिक में उनकी भागीदारी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इमाने के खिलाफ पहले मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी एंजिला कैरिनी नाक पर पंच पड़ने के बाद 46 सेकंड में मुकाबले में हट गई थीं। इमाने के अलावा ताइवान की लिन यू-टिंग के भी महिला वर्ग में भाग लेने पर पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। तमाम विवाद और सुर्खियों के बावजूद अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) का कहना है कि इमाने और लिन खेलने के लिए योग्यता रखती हैं।
हालांकि, अब इमाने ने महिला मुक्केबाजी के 66 भारवर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है और अपने देश के लिए एक पदक (कम से कम कांस्य) पक्का कर लिया है। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में हंगरी की अना लुका हैमोरी को 5-0 से हरा दिया। सेमीफाइनल में प्रवेश के साथ वह अल्जीरिया की सातवीं पदक विजेता मुक्केबाज बन गई हैं। महिला मुक्केबाजी में अल्जीरिया का यह पहला ओलंपिक पदक है। खलीफ और लिन ने 2021 में टोक्यो ओलंपिक में भी प्रतिस्पर्धा की थी लेकिन पदक नहीं जीता था। जीत और पदक पक्का करने के बाद इमाने रिंग में ही रोने लगीं।
वहीं, अना लुका ने मैच के बाद कहा- यह एक कठिन मैच था, लेकिन मुझे लगता है कि मैं वह सब कुछ कर सकती थी जो मैं लड़ाई से पहले चाहती थी। मुझे लगता है कि यह एक अच्छी लड़ाई थी। मुझे खुद पर बहुत गर्व है और मैं यहां आने के लिए बहुत आभारी हूं। मैं हर बाउट का आनंद लेने में सक्षम थी और मैं एक पल के लिए भी निराश नहीं हुई। अभी तो यही स्थिति है, लेकिन कौन जानता है कि भविष्य में क्या होगा। मैंने खिलाड़ी की तरह व्यवहार करने की कोशिश की, ताकि मेरा प्रतिद्वंद्वी कुछ भी मेरे बारे में बुरा न कह सके।
‘नफरत की भाषा’अस्वीकार्य : बाक
इससे पहले आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि पेरिस ओलंपिक में मुक्केबाज इमाने खेलीफ और लिन यू-टिंग के खिलाफ ‘नफरत की भाषा’ पूरी तरह से अस्वीकार है। उन्होंने कहा- 'हम राजनीति से प्रेरित…सांस्कृतिक युद्ध का हिस्सा नहीं बनेंगे। हमारे पास दो मुक्केबाज हैं जो महिलाओं के रूप में पैदा हुए हैं, जिनका पालन-पोषण महिलाओं के रूप में हुआ है, जिनके पास महिला के रूप में पासपोर्ट है और उन्होंने कई वर्षों तक महिलाओं के रूप में प्रतिस्पर्धा की है। कुछ लोग यह परिभाषित करना चाहते हैं कि कौन महिला है।’
हारने वाली एंजेला को मिलेंगे 42 लाख
इस बीच रिपोर्टों के अनुसार प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) इटली की एंजेला कैरिनी को 42 लाख रुपये की उतनी राशि प्रदान करेगी जितनी ओलंपिक चैंपियन को मिलती है। इमाने के खिलाफ एंजेला पहले दौर में 46 सेकंड में मुकाबले से हट गई थीं और रोते हुए रिंग से रवाना हुई थी। आईबीए के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने कहा कि एंजेला के अलावा इटली की फेडरेशन और कोच को 21-21 लाख रुपये की इनामी राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कैरिनी मैच से हटी थीं। हमें हर मुक्केबाज के बारे में सोचना होगा। मुझे नहीं पता कि वह महिला मुक्केबाजी को क्यों खत्म करने पर तुले हैं। इस बीच ताइवान की लिन ने उज्बेकिस्तान की सितोरा तुरदिबेकोवा को हराकर अगले दौर में प्रवेश कर लिया। आईबीए ने कहा है कि वह सितोरा का भी समर्थन करेगा।