तीरंदाज धीरज और अंकिता ने मेडल नहीं दिल जीता
ऐतिहासिक कांस्य पदक मैच में अमेरिका से मिली हार
खेलपथ संवाद
पेरिस। भारत के धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की मिश्रित युगल तीरंदाजी जोड़ी बेशक पेरिस में ऐतिहासिक कांस्य पदक नहीं जीत पाई हो लेकिन इन्होंने अपने सटीक निशानों से सबका दिल जरूर जीता है। भारतीय जोड़ी को शुक्रवार को पेरिस ओलम्पिक की तीरंदाजी स्पर्धा के सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया की शीर्ष वरीय जोड़ी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा। उसके बाद कांस्य पदक मैच में भारत की जोड़ी को अमेरिकी जोड़ी ने पराजित कर पदक जीतने से वंचित कर दिया।
भारत के धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की मिश्रित युगल तीरंदाजी जोड़ी शुक्रवार को पेरिस ओलम्पिक के कांस्य पदक मुकाबले में अमेरिका की कैसी कॉफहोल्ड और ब्रैडी एलिसन की जोड़ी से 2-6 से हार गई। भारतीय जोड़ी ने कई मौकों पर उम्मीद बंधाई लेकिन पदक जीत अमेरिकी जोड़ी को ही मिली। धीरज ने कई अच्छे शॉट खेले लेकिन अंकिता भकत के खराब शॉट ने इस हार में अहम भूमिका अदा की। पहले सेट में भारत को 37–38 से हार का सामना करना पड़ा जिसमें अंकिता एक 7 का भी शॉट था।
भारतीय जोड़ी सेमीफाइनल में पहला सेट जीतने के बावजूद किम वूजिन और लिम सिहियोन की दक्षिण कोरिया की शीर्ष वरीय जोड़ी से 2-6 से हारने के बाद कांस्य पदक के मुकाबले में पहुंची थी जिससे इस स्पर्धा में देश का 36 साल का पदक का इंतजार खत्म होने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अमेरिकी जोड़ी ने 38-37, 37-35, 34-38, 37-35 से जीत हासिल की।