पेरिस ओलम्पिक में मेडल जीतने उतरेगा हाईजम्पर सर्वेश
नीरज भाई का मूलमंत्रः ट्रेनिंग पर फोकस करो विरोधी खिलाड़ी पर नहीं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। आज से फ्रांस की राजधानी पेरिस में ओलम्पिक खेलों का आगाज हो जाएगा, जिसमें इस बार 117 भारतीय एथलीट्स हिस्सा लेने खेल गांव पहुंच चुके हैं। भारतीय दल में शामिल हाईजम्पर सर्वेश कुशारे को नीरज चोपड़ा से मिले मूलमंत्र पर न केवल भरोसा है बल्कि उसका एकमात्र लक्ष्य ही ओलम्पिक मेडल बन गया है। नाम भी शामिल है।
सर्वेश कुशारे ने खेलों के महाकुंभ के लिए अपनी तैयारियों पर बताया कि भारतीय एथलेटिक्स के गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा से उन्हें तैयारियों को लेकर मूलमंत्र मिला है, जिसमें उन्होंने मुझे ट्रेनिंग पर फोकस करने की सलाह दी है। 29 साल के सर्वेश कुशारे ने कहा कि विरोधी खिलाड़ी की कद काठी को देखकर डर नहीं लगता क्योंकि सही समय पर अपने फॉर्म पर रहना काफी महत्वपूर्ण है। नीरज भाई से मुलाकात हुए काफी समय हो गया है लेकिन जब मैं पिछली बार उनसे मिला था तो उन्होंने कहा था कि ट्रेनिंग पर फोकस करो विरोधी खिलाड़ी कितने अच्छे हैं, उस पर ध्यान नहीं लगाओ। मेरे आदर्श नीरज चोपड़ा हैं जिन्होंने देश के लिए एथलेटिक्स में पहला ओलम्पिक पदक जीतकर हम सभी के अंदर आत्मविश्वास भरा।
सर्वेश कुशारे ने पंचकूला में जून में अंतर प्रांत राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में रिकॉर्ड कूद के साथ गोल्ड मेडल जीतने के साथ पेरिस ओलम्पिक के लिए अपनी जगह को पक्का किया था। हालांकि एक समय उन्हें ऐसा लगा था कि वह ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएंगे। सर्वेश ने कहा कि जून से पहले मेरी रैंकिंग 36 चली गई थी क्योंकि मई में जब पूरी दुनिया में स्पर्धायें चल रही थीं, मैं नहीं खेल सका था। मैं काफी दबाव में था लेकिन फिर मलेशिया, कजाखस्तान और पंचकूला में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के साथ मैंने पेरिस ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया। टखने की चोट के लिए मुझे दिक्कत आई थी लेकिन फिर मैंने लगातार काफी कड़ी ट्रेनिंग करने के साथ अपने आत्मविश्वास को बढ़ाया।
पेरिस ओलम्पिक को लेकर सर्वेश कुशारे ने कहा कि अभी उनका ध्यान सिर्फ क्वालीफिकेशन राउंड पर है जो 7 अगस्त को होगा। इसमें उनका पहला टारगेट फाइनल में जगह बनाने पर होगा उसके बाद वह अपनी आगे की योजना पर फोकस करेंगे। वहीं कुशारे ने इस बार ओलम्पिक में हिस्सा लेने पहुंचे भारतीय एथलेटिक्स दल से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद जताई है जिसमें उन्होंने कहा कि रिले टीम हो, शॉटपुट में तेंजिदर तूर हों या फिर नीरज चोपड़ा सभी पदक जीतने के दावेदारों में शुमार हैं।
बता दें कुशारे 29 जुलाई को वारसॉ से पेरिस ओलम्पिक में हिस्सा लेने के लिए रवाना होंगे। चारे से बने अस्थायी मैट पर अभ्यास करने से लेकर ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय हाईजम्पर बनने तक, कुशारे ने एक लम्बा सफ़र तय किया है। 2.27 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और 2.25 मीटर के सीज़न के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ, पेरिस खेलों के अंतिम दौर में जगह बनाना एक यथार्थवादी लक्ष्य हो सकता है।