विम्बलडन के पहले ही दौर में हारे सुमित नागल
वर्ष के तीसरे ग्रैंडस्लैम में प्रभावित नहीं कर सके
खेलपथ संवाद
लंदन। भारत के स्टार सिंगल्स टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल वर्ष के तीसरे ग्रैंडस्लैम विम्बलडन में प्रभावित नहीं कर सके और उन्हें पहले ही दौर में हार का सामना करना पड़ा। नागल ने सर्बिया के मियोमिर केकमानोविच के खिलाफ पहले दौर के मुकाबले में 44 सहज गलतियां कीं और चार सेट तक चले मुकाबले में हारकर बाहर हो गए।
पुरुष सिंगल्स वर्ग के मुख्य ड्रॉ में पहली बार हिस्सा ले रहे नागल को दो घंटे 38 मिनट तक चले मुकाबले में 2-6, 6-3, 3-6, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। दुनिया के 53वें नंबर के खिलाड़ी केकमानोविच के खिलाफ नागल ने एक सेट जीता। भारत के 72वीं रैंकिंग वाले 26 वर्षीय खिलाड़ी ने 47 विनर भी लगाए लेकिन कुल मिलाकर उन्हें घास के कोर्ट पर संघर्ष करना पड़ा। अंत में नागल केकमानोविच के 122 अंक के मुकाबले केवल 104 अंक ही जुटा पाए।
सर्बियाई खिलाड़ी ने छह ऐस लगाए और केवल दो डबल फॉल्ट किए। यह केकमानोविच की नागल के खिलाफ दो मैच में दूसरी जीत है। उन्होंने चार साल पहले जर्मनी के कोलोन में एटीपी 250 प्रतियोगता में भी नागल को हराया था। पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके नागल पांच साल में विंबलडन पुरुष सिंगल्स मुख्य ड्रॉ का मैच खेलने वाले पहले भारतीय हैं। प्रजनेश गुणेश्वरन 2019 में पहले दौर से बाहर हो गए थे।
मौजूदा सत्र में शानदार रहा था प्रदर्शन
नागल का मौजूदा सत्र शानदार रहा है। उन्होंने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य ड्रॉ के लिए भी क्वालिफाई किया था। उन्होंने शुरुआती दौर में कजाखस्तान के 31वें वरीय एलेक्जेंडर बुब्लिक को हराया था और 35 साल में किसी ग्रैंडस्लैम में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराने वाले पहले भारतीय पुरुष टेनिस खिलाड़ी बने थे। नागल ने एटीपी 1000 प्रतियोगिता इंडियन वेल्स मास्टर्स और मोंटे कार्लो मास्टर्स के मुख्य ड्रॉ के लिए भी क्वालिफाई किया था। इस भारतीय ने इस सत्र में दो चैलेंजर प्रतियोगिताएं हीलब्रॉन चैलेंजर और चेन्नई ओपन एटीपी चैलेंजर जीते हैं। उन्होंने फ्रेंच ओपन में भी हिस्सा लिया था लेकिन शुरुआती दौर में हार गए थे।