सैम्पल देने से मना नहीं किया, एक्सपायरी किट पर मांगा था जवाब: बजरंग पूनिया

पहलवान के निलम्बन पर विवाद: कुश्ती महासंघ ने भी नाडा पर उठाया सवाल
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा अस्थाई तौर पर निलम्बित किए गये पहलवान बजरंग पूनिया ने रविवार को कहा कि उन्होंने कभी भी नाडा अधिकारियों को अपना नमूना देने से इंकार नहीं किया। वहीं, भारतीय कुश्ती महासंघ ने नाडा पर उसे अंधेरे में रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) से शिकायत करने की योजना बना रहा है।
एशियाई ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए 10 मार्च को सोनीपत में ट्रायल आयोजित किया गया था और बजरंग मुकाबला हारने के बाद नमूना दिए बिना ही प्रतियोगिता स्थल से चले गये थे। रविवार को उन्होंने नाडा पर ‘एक्सपायर हो चुकी किट’ देने का आरोप लगाते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मैंने कभी भी नाडा अधिकारियों को नमूना देने से इंकार नहीं किया, मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मुझे जवाब दें कि वे पहले मेरा नमूना लेने के लिए जो एक्सपायर किट लाए थे, उस पर उन्होंने क्या कदम उठाए या क्या कार्रवाई की। उसका जवाब दे दीजिये और फिर मेरा डोप टेस्ट ले लीजिए।’
बजरंग अगर तय समय में जवाब देने में असफल रहते हैं, तो वह पेरिस ओलम्पिक क्वालीफिकेशन की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। इस बीच, भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने आश्चर्य व्यक्त किया कि नाडा ने उन्हें बजरंग के निलम्बन के बारे में सूचित नहीं किया। संजय ने कहा, ‘मैंने आज सुबह नाडा अधिकारियों को फोन किया और उनके पास मेरे प्रश्न का कोई जवाब नहीं था। अब मैं नाडा को पत्र लिखने और वाडा को इस बारे में सूचित करने की योजना बना रहा हूं।’ वाडा संहिता के अनुसार, ‘डोपिंग रोधी नियमों के तहत अधिकृत अधिसूचना के बाद नमूना संग्रह जमा करने से इंकार करना या बिना किसी कारण असफल होना, या नमूना संग्रह से बचना, डोपिंग-रोधी नियम का उल्लंघन है।’
वीडियो में कहा- यह बड़े मगरमच्छों का काम
बजरंग ने एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने नमूना संग्रह के लिए मिली एक्सपायर किट दिखाते हुए अधिकारी से पूछा कि ऐसी किट क्यों लाई गई। यह वीडियो उस समय का है, जब सैम्पल लेने वाला एक अधिकारी उनके पास आया था। वीडियो में, बजरंग ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उनके पास ऐसी टीम थी जिसने एक्सपायरी तारीख पर ध्यान दिया। अगर ऐसी किट जूनियर पहलवानों तक पहुंची तो उनका क्या होगा? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह उनके खिलाफ खुलकर विरोध करने वाली महिला पहलवानों को डराने के लिए ऐसी किटों का इस्तेमाल कर रहे थे। इस वीडियो में बजरंग को अधिकारी से कहते हुए सुना गया, ‘मैं आपको दोष नहीं दे रहा हूं। यह ऊपर बैठे बड़े मगरमच्छों का काम है। इन मामलों में पैसा बोलता है।’

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